
अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी सैयद सलाउद्दीन के बेटे सैयद शाहिद यूसुफ ने अपने पिता के इशारे पर आतंकी फंडिंग सऊदी अरब के जरिए कराई थी. इस बात को एनआईए के सामने जब कुबूल किया तो एनआईए ने उनको गिरफ्तार कर लिया. इसी सिलसिले में आज एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी कार्रवाई करते हुए सैयद सलाउद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ और उसके रिश्तेदारों के घर छापेमारी की. इस छापेमारी में एनआईए को कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं.
5 मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद
एनआईए ने इनके घरों से 5 मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया है. आपको बता दें कि कल एनआईए ने विशेष अदालत में शाहिद यूसुफ के बारे में जानकारी दी थी, कि आतंकी फंडिंग हासिल करने के साथ-साथ यह शख्स घाटी और विदेशों में रह रहे हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों के बारे में अहम जानकारी दे रहा है. इसी सिलसिले में अदालत से आगे की पूछताछ के लिए शाहिद यूसुफ को 7 दिनों की पुलिस रिमांड में एनआईए ने ले लिया है.
8 से ज्यादा बार विदेशों से आए पैसे
एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शाहिद यूसुफ के खाते में 8 से ज्यादा बार विदेशों से हवाला के जरिए रुपये पहुंचे हैं. खुद शाहिद यूसुफ ने पूछताछ में इस बात को कुबूल किया है कि उसके पास यह पैसे सऊदी अरब में रह रहे हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक भगोड़े आतंकी एजाज अहमद बट के जरिए उसके पिता सैयद सलाउद्दीन ने भिजवाया था. एजाज अहमद भट्ट पहले से ही इस पूरे मामले में आरोपी रहा है. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो रखा है.
सलाउद्दीन के कहने पर देता था पैसा
आतंक की फंडिंग के मामले में जिस तरीके से एनआईए इस वक्त जांच कर रही है, उसने अपनी FIR में हिजबुल मुजाहिद्दीन के जरिए की जा रही फंडिंग का भी जिक्र किया था. इसके आधार पर कई अलगाववादी नेताओं की गिरफ्तारी भी एनआईए पहले ही कर चुका है. सैयद सलाउद्दीन का बेटा शाहिद यूसुफ अपने पिता के कहने पर हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों को घाटी में और सक्रिय करने के लिए पैसा मुहैया कराता रहा है.
2011 से थी एनआईए की नजर
शाहिद यूसुफ ने एनआईए के सामने आतंकवादियों के संपर्क की बात भी कुबूली है. इसके साथ ही उसने यह भी जानकारी दी है कि विदेश में और कौन-कौन से हिजबुल आतंकी घाटी में फंड भेजने का काम करते हैं. आतंक की फंडिंग के शाहिद यूसुफ नेटवर्क के बारे में 2011 से ही एनआईए जांच कर रही है. इसी सिलसिले में पहले ही एनआईए ने 6 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल कर चुका है. इसमें से चार लोग अभी भी अलग-अलग जेलों में बंद है. दो फरार आतंकियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है. जानकारी के मुताबिक सैयद सलाउद्दीन पाक अधिकृत कश्मीर में आईएसआई के संरक्षण में रहकर यूनाइटेड जिहाद काउंसिल के प्रमुख के तौर पर आतंकवादियों को अभी भी ट्रेंड करने में जुटा हुआ है.