
नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआईयू बेंगलुरु) के छात्र-छात्रों ने सोमवार से शुरू होने वाली परीक्षाओं का बहिष्कार किया है. इसके पीछे की वजह प्रोफेसर सुधीर कृष्णास्वामी की एनएलएसआईयू कुलपति के तौर पर देरी से नियुक्ति है.
एनएलएसआईयू में कुलपति की नियुक्ति की मांग तेज हो गई है. दरअसल, यूनिवर्सिटी की एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने अभी तक आधिकारिक नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया और प्रोफेसर एमके रमेश को पिछले महीने कार्यकारी कुलपति बनाया गया है. नए वीसी की नियुक्ति में देरी के करने के लिए छात्र यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ओमप्रकाश नंदीमठ को जिम्मेदार बता रहे हैं.
हालांकि कार्यकारी कुलपति ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन और परीक्षाओं के बहिष्कार के बाद भी किसी भी तरह के बदलाव से इनकार किया है. एमके रमेश का कहना है कि तय समयानुसार परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. जो छात्र किसी उत्पाद मचाएंगे और अनुशासन का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
कृष्णास्वामी की नियुक्ति न होने के विरोध में शुक्रवार को छात्रों ने क्लास का बहिष्कार किया था. साथ ही रजिस्ट्रार ओवी नंदीमठ के ऑफिस के बाहर धरने पर बैठने का फैसला किया था. छात्रों की मांग है कि प्रोफेसर सुधीर कृष्णस्वामी को नियुक्ति में देर ना की जाए.