
पाकिस्तान की सेना में रविवार को बड़े पैमाने पर तबादले हुए. इनमें आईएसआई चीफ, चीफ ऑफ जनरल स्टाफ और डीजी रेंजर्स सहित 10 अफसरों के तबादले/तैनाती शामिल हैं. लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार को आईएसआई का नया मुखिया बनाया गया है. इन्होंने ले. जन. रिजवान अख्तर की जगह ली है जिन्हें नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी का प्रेसिडेंट बनाया गया है. इसी तरह ले. जन. बिलाल अकबर को चीफ ऑफ जनरल स्टाफ बनाया गया है. पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर के डीजी ले. जन. आसिम सलीम बाजवा तबादला कर रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में आईजी (आर्म्स) के पद पर तैनाती दी गई है. पाकिस्तानी सेना में ये तबादले नए आर्मी चीफ जनरल क़मर जावेद बाजवा की नियुक्ति के दो हफ्ते बाद हुए हैं.
...इसलिए बदला गया आईएसआई का चेहरा
पीओके में इंडियन आर्मी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही चर्चा थी कि आईएसआई के डीजी को समय से पहले ही हटा दिया जाएगा. भारतीय सेना के इस ऑपरेशरन की भनक तक पाकिस्तानी सेना को नहीं लगी थी. ऐसे में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पर नाकाम रहने का आरोप लगा. ले. जन. अख्तर ने नवंबर 2014 में आईएसआई के मुखिया का पद संभाला था और उन्हें तीन साल तक इस पद पर रहना था. अख्तर नवाज शरीफ सरकार और सेना के बीच तनातनी को लेकर भी विवादों में रहे थे, जब 'डॉन' की खबर के मुताबिक सरकार ने आर्मी से कह दिया था कि वो आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे या विश्व बिरादरी में अलग-थलग रहने के लिए तैयार रहे.
ये हैं आईएसआई के नए 'मुख्तार'
नवीद मुख्तार ने 1983 में पाकिस्तानी सेना के आर्मर्ड कोर रेजिमेंट में कमीशन हासिल किया था. कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, क्वेटा से ग्रेजुएट मुख्तार ने नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी इस्लामाबाद और यूएसए से वॉर कोर्स की पढ़ाई भी की है. यूएस आर्मी वॉर कॉलेज में इन्होंने स्ट्रेटजिक स्टडीज पर मास्टर्स की डिग्री हासिल की है और इनकी थीसिस का टॉपिक था- अफगानिस्तान.
मुख्तार पाकिस्तानी सेना में मेकेनाइज्ड डिविजन के कमांडर रह चुके हैं. बीते सात दिसंबर तक मुख्तार कराची के कोर कमांडर के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं. सितंबर 2014 में मुख्तार को ले. जन. के रैंक पर प्रमोशन मिला और आर्मी की पांचवीं कोर में तैनाती दी गई थी. मुख्तार को इंटेलिजेंस का काफी अनुभव है. वो आईएसआई की काउंटर टेररिज्म विंग में डीजी के पद पर भी रह चुके हैं.
मुख्तार ने दक्षिणी वजीरिस्तान में एक ब्रिगेड की अगुवाई की है. ये रावलपिंडी स्थित सेना के जनरल हेडक्वार्टर्स में मिलिट्री ऑपरेशंस डायरेक्ट्रेट में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
बिलाल अकबर बने नए सीजीएस
ले. जन. के पद पर प्रमोट किए गए बिलाल अकबर को पाकिस्तानी सेना का 33वां चीफ ऑफ जनरल स्टाफ बनाया गया है. यह पद ले. जन. जुबैर महमूद हयात के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन बनाए जाने के बाद से ही खाली था. चीफ ऑफ जनरल स्टाफ का पद पाकिस्तान सेना में बेहद प्रतिष्ठित पद माना जाता है. इस पर तैनात रहे 10 अफसर या तो आर्मी चीफ बने या ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन बने हैं.
इससे पहले बिलाल डीजी रेंजर्स, कराची के तौर पर सेवाएं दे रहे थे. नए सीजीएस सेना की आर्टिलरी कोर से ताल्लुक रखते हैं. इन्होंने लाहौर में आर्टिलरी कोर की एक डिविजन और स्वात में एक ब्रिगेड की अगुवाई की है. डीजी रेंजर्स, सिंध के तौर पर तैनाती के दौरान ये सुर्खियों में आए.
बिलाल को इंटरनल सिक्योरिटी के मामले में लंबा अनुभव है. ऐसे में बिलाल अकबर के तबादले से संकेत मिलते हैं कि नए आर्मी चीफ आंतरिक सुरक्षा को तवज्जो दे रहे हैं.
बिलाल अकबर अगस्त 2014 से पाकिस्तान रेंजर्स, सिंध के डीजी के तौर पर तैनात रहे. बिलाल के इस पद पर रहते हुए पाकिस्तानी सेना को कराची ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है. पिछले साल जुलाई में रेंजर्स के जवानों ने मुत्ताहिदा क़ौमी मूवमेंट के मुख्यालय पर छापेमारी की थी तो बिलाल इस ऑपरेशन के मुखिया रहे थे.