
28 मार्च 2017 प्रातः 8.27 पर चैत्र अमावस्या समाप्त हो रही है तथा चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा तिथि 8.28 से प्रारंभ हो रही है. निर्णय सिंधु और तिथि चिंतामणि के अनुसार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा उदयाकालीन ही लेनी चाहिए, लेकिन यदि तिथि का क्षय हो और प्रतिपदा सूर्योदय के समय प्राप्त ना हो तो अमावस्या युक्त प्रतिपदा से ही चैत्र नवरात्र का शुभारंभ मानना चाहिए. इसलिए 28 मार्च 2017 से चैत्र नवरात्र का प्रारंभ माना जाएगा और इसी दिन घट स्थापना करनी चाहिए.
नवरात्रि के शुभ दिनों में भूलकर भी न करें ये काम
कैसे करें कलश स्थापना
अपने घर के पूजा स्थान में मां दुर्गा का चित्र रखें. उसके सामने शुभ समय में कलश की स्थापना करें. कलश के पास वेदी बनाकर जौ बोयें, दीप जलाकर पूजा का आरम्भ करें, पूजा के बाद मां दुर्गा की आरती अवश्य करें.
मां को पसंद हैं ये 9 भोग, जानेंं नवरात्रि के किस दिन क्या चढ़ाएं...
कलश स्थापना का मुहूर्त
28 मार्च को सुबह 8.30 बजे से 9.25 बजे तक और 11.10 सुबह बजे से दोपहर 1.40 बजे तक.