
नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के सुकमा में एक बार फिर लाल आतंक का कहर बरपा है. सोमवार को हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 13 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. इनमें दो अफसर और 11 जवान शामिल हैं. हमले में 15 जवान जख्मी भी हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है. पीएम ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह से बात की है. मोदी ने कहा, 'शहीद साहसी जवानों को मेरा सलाम.'
सोमवार को चिंतागुफा में नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर घात लगाकर हमला किया. एलमागुंडा और एरागोंडा के बीच यह हमला उस वक्त हुआ जब 223वीं बटालियन और 206 कोबरा बटालियन के जवान नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन के बाद लौट रहे थे. नक्सलियों ने करीब 10 बजे सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर आईईडी ब्लास्ट किया. हमले में डिप्टी कमांडेंट डी सी वर्मा और सहायक कमांडेंट राजेश कपूरिया शहीद हो गए. गश्ती दल में 120 जवान शामिल थे. घटना के बाद सीआरपीएफ सघन तलाशी अभियान में जुट गई है.
घटना की जानकारी मिलते ही सीआरपीएफ के आला अधिकारी और सुकमा जिले के एसपी घटनास्थल पहुंचे. यह हमला एरिया डॉमिनेशन एक्सरसाइज के दौरान हुआ. यह हमला ठीक उसी जगह हुआ है, जहां पर बीते 21 नवंबर को सीआरपीएफ ने 15 नक्सलियों को मार गिराया था. शहीद सुरक्षाकर्मियों के शव चिंतागुफा कैंप लाए गए हैं. हमले के बाद अनेक जवानों के क्षेत्र में फंसे होने की जानकारी मिली है. छत्तीसगढ़ के एडीजीपी (इंटेलिजेंस) का कहना है कि कम्युनिकेशन की नाकामी की वजह से यह घटना हुई.
छत्तीसगढ़ पुलिस के एडीजी (नक्सल अभियान) आर के विज ने बताया कि इलाके में आईटीबीपी, बीएफएफ और सीआरपीएफ के जवान ऑपरेशन में लगे हैं. फायरिंग रुक गई है लेकिन तलाशी अभियान जारी है. ऑपरेशन के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल इलाके में मौजूद हैं.
ताजा हमला पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को नक्सलियों की तरफ से खुली चुनौती है. राजनाथ सिंह ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नक्सली हमारे लिए चुनौती हैं और इस चुनौती का हमें मिलकर सामना करना होगा. गृह मंत्री ने कहा कि नक्सलियों ने निर्दोष गांववालों को ढाल बनाकर सीआरपीएफ पर हमला किया और हम निर्दोषों पर गोली नहीं चलाते. राजनाथ ने कहा, 'नक्सली बौखलाए हुए हैं. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जो भी संभव होगा अब ज्यादा से ज्यादा कोशिश करेंगे. हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते. यह देश के नागरिकों के लिए चुनौती है और मैं व्यक्तिगत तौर पर इस घटना से आहत हूं.'
aajtak.in