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इलाहाबाद में संगम तट पर जनवरी में आयोजित होने वाले माघ मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं. मेले की व्यवस्था के लिए शासन ने हाल ही में लगभग 9.67 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रदेश शासन की ओर से 26 दिसंबर को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है. इस बैठक की अध्यक्षता नगर विकास विभाग के सचिव करेंगे.
बैठक में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, वित्त, परिवहन, गृह, स्वास्थ्य, ऊर्जा, खाद्य एवं रसद, लोक निर्माण, संस्कृति, पर्यटन, सिंचाई, आवास और वन विभागों के प्रमुख सचिव, इलाहाबाद के मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व नगर आयुक्त, जल निगम के प्रबंध निदेशक, सूचना निदेशक, माघ मेला के प्रभारी अधिकारी, लखनऊ (उत्तर रेलवे), इलाहाबाद (उत्तर-मध्य रेलवे) व वाराणसी (पूर्वोत्तर रेलवे) के रेल प्रबंधक और भारत संचार निगम, इलाहाबाद के महाप्रबंधक शामिल होंगे.
अर्धकुंभ, कुंभ और महाकुंभ के मौकों को छोड़कर माघ मेला हर वर्ष इलाहाबाद में आयोजित होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने आते हैं. यह मौका पर्यटकों को भी बड़ी संख्या में आकर्षित करता है.
माघ मेला नाम से विख्यात यह मेला सिर्फ माघ मास तक सीमित नहीं रहता, बल्कि पैंतालीस दिनों तक चलता है. मकर संक्रांति, पौष पूर्णिमा, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि इस मेले की प्रमुख तिथियां होती हैं. इस मेले के महत्व के मद्देनजर इसके आयोजन में प्रदेश सरकार की व्यापक भूमका होती है.