
जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. जेवलिन थ्रो में यह भारत की तरफ से किसी एथलीट की ऐतिहासिक उपलब्धि है. असल में एशियाई खेलों की भाला फेंक स्पर्धा में भारत का यह केवल तीसरा पदक है.
दिल्ली में खेले गए पहले एशियाई खेलों (1951) में भारत के पारसा सिंह ने सिल्वर मेडल जीता था. इसके बाद 1982 के एशियाई खेलों (दिल्ली) में भारत के गुरतेज सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. अब तक कोई एथलीट भाला फेंक में स्वर्ण पदक हासिल नहीं कर पाया था, लेकिन नीरज चोपड़ा ने भारत की तरफ से जेवलिन थ्रो में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. नीरज ने 88.06 मीटर भाला फेंका और जेवलिन थ्रो में भारत को पहला गोल्ड दिलाया.
कौन हैं नीरज चोपड़ा?
नीरज चोपड़ा मूल रूप से हरियाणा के पानीपत स्थित खंदारा गांव के रहने वाले हैं. उनका जन्म 24 दिसंबर 1997 को हुआ था. उनके पिता सतीश कुमार किसान हैं. खेतीबाड़ी से घर परिवार का खर्च चलता था. नीरज ने स्कूली शिक्षा चंडीगढ़ से पूरी की है. इन्हें पढ़ाई के साथ पिता और चाचा के साथ खेत पर जाकर उनके साथ काम करना पसंद था. नीरज चोपड़ा के मौजूदा कोच ओऊ हॉन हैं. नीरज चोपड़ा हफ्ते में छह दिन छह घंटे ट्रेनिंग करते हैं.
एक नजर डालते हैं नीरज चोपड़ा से जुड़े 10 दिलचस्प फैक्ट्स पर:
- शुरुआत में नीरज चोपड़ा का पहला प्यार वॉलीबॉल था. नीरज चोपड़ा शुरू में वॉलीबॉल और क्रिकेट खेलते थे, लेकिन साल 2011 में अपने चाचा के कहने पर उन्होंने जेवलिन को बतौर करियर चुना.
-चोपड़ा की पहली यादगार जीत 2012 में लखनऊ में नेशनल जूनियर चैंपियनशिप में आई थी. उस टूर्नामेंट में चोपड़ा ने अंडर-16 स्पर्धा में 68.46 मीटर भाला फेंककर राष्ट्रीय उम्र-समूह रिकॉर्ड बनाया था और स्वर्ण पदक जीता.
-2013 नेशनल यूथ चैंपियनशिप में नीरज ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने दूसरा स्थान हासिल करते हुए उस वर्ष यूक्रेन में होने वाली आईएएएफ वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में जगह पक्की की.
- ऑल-इंडिया इंटर-यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में नीरज ने साल 2015 में 81.04 भाला फेंककर इस एज ग्रुप का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
-नीरज चोपड़ा साल 2016 में उस वक्त हाईलाइट हुए थे, जब उन्होंने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंककर विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया था. फेडरेशन कप में नीरज ने अपने आखिरी प्रयास में 85.94 मीटर भाला फेंका था.
-साल 2016 में नीरज ने दक्षिण एशियाई खेलों में पहले राउंड में ही 82.23 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. ये मार्क सीनियर स्तर पर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बन गया. इसके अलावा अंडर-20 में एशियाई स्तर पर भी ये सर्वश्रेष्ठ मार्क है.
-हरियाणा के रहने वाले नीरज ने इस साल मई में दोहा में हुए डायमंड लीग में 87.43 मीटर भाला फेंका था.
- नीरज चोपड़ा ने इसी साल पटियाला में हुए 22वीं फेडरेशन कप राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कॉमनवेल्थ खेलों के लिए क्वालीफाई किया था और वहां उन्होंने देश को गोल्ड दिलाया था.
- गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ खेलों में नीरज ने 86.47 मीटर भाला फेंका और गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
- एशियन गेम्स में नीरज ने अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए 88.06 मीटर भाला फेंका और जेवलिन थ्रो में पहला गोल्ड भारत को दिलाया.