
नेपाल पुलिस ने भारत की नकली करंसी और हथियारों की तस्करी करने वाले गैंग का भांडाफोड़ किया है. बताया जा रहा है कि दाऊद इब्राहिम इस गैंग की मदद कर रहा है.
पिछले दिनों नेपाल में जाली नोट की खेप के साथ पकड़े गए भारतीय नागरिक वैजनाथ गुप्ता ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि मलेशिया से नेपाल में छोटे हथियार की स्मगलिंग की तयारी में था. मलेशिया में रहे पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल रज्जाक के साथ मिलकर इस हथियार कारोबार की बागडोर नेपाल में शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली थी.
मलेशिया से रैकेट में जुड़ा है रज्जाक
नेपाल पुलिस के विशेष ब्यूरो के रिकॉर्ड के अनुसार रज्जाक मलेशिया को सेंटर बना कर जाली भारतीय नोट और अवैध हथियार के कारोबार में संलग्न संगठित समूह का सक्रिय सदस्य है. गुप्ता पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल वहाब के जरिए जाली भारतिय नोट के एक मुख्य कारोबारी हाजी तलाद के सम्पर्क में आया, फिर रज्जाक से उसके सम्बंध बने.
पिस्तौल की खेप नेपाल रवाना
पाकिस्तान से उसने 3 खेप में 1 करोड़ 6 लाख जाली भारु व इस बार 55 लाख जाली भारतीय नोट नेपाल लाया था और आईबी के इनपुट के बाद नेपाल पुलिस की विशेष ब्यूरो के ऑपरेशन में गुप्ता का गिरोह पकड़ा गया. काठमांडू में पुलिस के हिरासत में रह रहे गुप्ता के साथ उसके 7 सहयोगी भी पकड़े गए हैं. गुप्ता ने पुलिस को बयान दिया है कि रज्जाक ने मलेशिया से पिस्तौल का एक खेप नेपाल के लिए रवाना कर दिया है. इस बयान के बाद सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है. पूछताछ में उसने यह भी बताया कि इस अवैध व्यापार को छुपाने के लिए उसने सप्तरी में कोयला का व्यापार शुरू किया और आयात-निर्यात व्यापार का लाइसेंस लेने में जुटा था.
कोड वर्ड में होती थी बात
गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि जो पिस्तौल आने वाली है वो सैंपल के तौर पर आ रही है. इसके अलावा उसने ये भी खुलासा किया कि वो रज्जाक के साथ फोन पर कोड वर्ड में बात करता था, जैसे - 'नेपाल मे लोहे का भाव भी अच्छा है? ‘कोड भाषा’ में भेजने का संदेश दिया गया- ‘बजार अच्छा है भेजो’.
ये सभी दाऊ इब्राहिम के गुर्गे हैं जो फिलहाल चार अलग अलग जगहों पर रह कर डी कंपनी की फेक करंसी, हथियारों की स्मगलिंग और ड्रग्स के धंधे कर रहे हैं.