
दिल्ली में जहां एक तरफ डेंगू ने दस्तक दी है तो वहीं दूसरी तरफ उसकी रोकथाम में अहम भूमिका निभाने वाले डीबीसी कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है. इससे डेंगू के मामले बढ़ने का खतरा बढ़ गया है. दरअसल डीबीसी (डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर) घर-घर जाकर मच्छरों की उत्पत्ति को जांचने का काम करते हैं. साथ ही लार्वा को खत्म कर डेंगू को काबू करने का भी काम करते हैं
अब इन डीबीसी वर्कर्स का कहना है कि उनके साथ पहले किए गए किसी भी वादे पर अब तक अमल नहीं किया गया है. इसके कारण पहले तो वो एमसीडी मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे और उसके बाद भी मांगे नहीं मानी गयी तो करीब 3 हजार डीबीसी वर्कर हड़ताल पर चले जाएंगे. डीबीसी वर्कर्स का कहना है कि उन्हें स्थायी नौकरी देने का वादा किया गया था, लेकिन वो वादा पूरा नहीं किया गया. इसके अलावा डीबीसी कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बीते तीन महीनों से सैलरी भी नहीं मिली है. इससे डीबीसी वर्कर्स के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है.
बता दें कि डीबीसी वर्कर्स ने इसी साल अप्रैल में अपनी मांगों को लेकर एमसीडी मुख्यालय सीवीक सेंटर पर भूख हड़ताल की थी. हड़ताल को विपक्षी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का भी साथ मिला था. इसके बाद एमसीडी नेताओं के आश्वासन के बाद डीबीसी वर्कर्स ने हड़ताल खत्म कर दी. अब डीबीसी कर्मचारियों का आरोप है कि मांगे मानना तो दूर उन्हें तो अब सैलरी तक नहीं मिल रही है.
रविवार को डीबीसी कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि आगामी 12 जून और 15 जून को एमसीडी मुख्यालय के गेट पर डीबीसी कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे. इसके बाद मांग ना माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी. बता दें कि तीनों एमसीडी में कुल मिलाकर करीब 3500 डीबीसी वर्कर हैं. इनकी सबसे ज्यादा जरूरत एमसीडी को बारिश के महीने में ही होती है.