
रेल-सेवा से वंचित हजारीबाग शहर को आखिरकार रेलवे के नक्शे पर जगह मिल ही गई. बीते 16 वर्षों से जारी निर्माण कार्य के बाद बने हजारीबाग-कोडरमा रेलवे ट्रैक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग में किया. तीन चरणों में पूरी होने वाली इस परियोजना का अभी प्रथम चरण पूरा हुआ है.
हजारीबाग रेलवे स्टेशन से पीएम नरेंद्र मोदी ने पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रेल सेवा की शुरुआत की. इसके शुरू होने के साथ जहां हजारीबाग की जनता की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई, वहीं इस दौरान एक दिलचस्प संयोग भी हुआ. दरअसल इस रेलवे ट्रैक के निर्माण कार्य की आधारशिला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 6 मार्च, 1999 को रखी थी. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रेल अर्थतंत्र में रीढ़ की हड्डी की तरह है. उन्होंने ये भी कहा की झारखण्ड को रेल और सड़क की जरूरत है.
हजारीबाग रेल परियोजना का काम तीन चरणो में किया जाना है. पहले चरण में हजारीबाग से कोडरमा के बीच 80 किलोमीटर की रेल पटरी बिछानी थी. दूसरे चरण में हजारीबाग से बरकाकाना और तीसरे चरण में बरकाकाना से रांची तक रेल पटरी बिछाई जानी है, जिसका काम अभी चल रहा है.
इस पूरी परियोजना में कुल 202 किलोमीटर लम्बी रेल पटरी बिछाई जाएगी, जिसमें 3021 करोड़ की लागत का अनुमान है. बीजेपी के कद्दावर नेता यशवंत सिन्हा ने अपनी कर्मभूमि में लोगों की भारी भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहां के लोगों का सपना साकार हुआ है, यह रेलवे स्टेशन हमारे जिगर का एक टुकड़ा है. वहीं रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि जल्द ही केंद्र और राज्य सरकार मिलकर झारखण्ड में कई नई रेल परियोजना की शुरुआत करनेवाले है.
इस मौके पर राज्यपाल डॉ. सैयद अहमद, रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, सुदर्शन भगत, और राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास मौजूद थे.