
नए साल के आगाज में अब चंद दिन बचे हैं. ऐसे मौके पर हर व्यक्ति कोई न कोई रिजॉल्यूशन लेता है. आज हम आपको ऐसे रिजॉल्यूशन के बारे में बताने जा रहे हैं जो अमीर बनने में मददगार साबित होगा.
1. सेविंग करना सीखें
वैसे तो हर नौकरी करने वाला शख्स पैसे कमाता है लेकिन बचत बहुत कम ही लोग कर पाते हैं. कुछ लोग फिजूल खर्च में पैसे उड़ा देते हैं तो वहीं बहुत लोग अपने लोन की ईएमआई को चुकाने के चक्कर में पैसे नहीं बचा पाते हैं. हालांकि इनमें भी बहुत ऐसे लोग होते हैं जो विपरीत परिस्थितियों में भी बचत कर लेते हैं. ऐसे लोगों की बचत उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है.
2. निवेश करना सीखें
सिर्फ बचत से ही बात नहीं बनती है. बचत के साथ निवेश भी जरुरी है. निवेश सिर्फ बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट भर नहीं होता है. बचत के पैसों को सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) या किसी म्युचुअल फंड में लॉन्ग टर्म का निवेश करें. कोशिश यही होनी चाहिए कि निवेश आपकी आदत में शामिल हो जाए.
म्युचुअल फंड के उदाहरण से समझें
निवेश की आदत शुरू करने के लिए किसी बड़ी रकम की जरुरत नहीं है. यह निवेश 500 रुपये की मामूली रकम से कर सकते हैं. उदाहरण के लिए अगर आप नए साल के मौके पर 25 साल की उम्र में म्युचुअल फंड में हर महीने 500 रुपये का निवेश करते हैं और हर साल अपना निवेश 20 फीसदी बढ़ाते जाते हैं. आपके निवेश पर औसतन सालाना 12 फीसदी रिटर्न मिलता है तो कैलकुलेशन के हिसाब से 30 साल में आप 43 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं.
निवेश के ये भी हैं ऑप्शन
इसके अलावा मार्केट एक्सपर्ट से बात कर शेयर बाजार में भी निवेश करें है. इसी तरह, आप एफडी, पीपीएफ के अलावा सुकन्या और पोस्टऑफिस समेत सरकारी योजनाओं में निवेश पर विचार कर सकते हैं जो सुरक्षित हैं और आकर्षक रिटर्न भी देते हैं.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम
अगर आप खर्च के लिए हर महीने निश्चित रकम चाहते हैं तो भी डाकघर मासिक आय योजना (POMIS) आपके लिए सही विकल्प है. इस योजना में वर्तमान में 7.5 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है. इसमें आपकी पूंजी सुरक्षित रहती है. इसकी मैच्योरिटी की अवधि 5 साल होती है. इस स्कीम में आप अधिकतम 9 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं.
इसी तरह बेटी की शिक्षा और शादी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवार्इ) ज्यादा बेहतर विकल्प है. लेकिन, बेटी की उम्र 10 साल से कम होने पर ही खाता खुलवाया जा सकता है. यहां बता दें कि माता-पिता अधिकतम दो बेटियों के लिए खाता खुलवा सकते हैं. लेकिन, दोनों खातों में सालाना निवेश मिलाकर 1.5 लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो सकता है. अहम बात है कि सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है.
निवेश के वक्त सावधान रहने की जरुरत है. सावधानी से मतलब ये है कि आप जहां निवेश कर रहे हैं वहां ज्यादा जोखिम तो नहीं है. ज्यादा जोखिम वाले विकल्पों में निवेश आपकी दौलत बढ़ाने में काम आ सकता है लेकिन इसमें अनिश्चितिता बरकरार रहती है. ऐसे में समझदारी यह है कि आप ज्यादा रिस्क वाले विकल्पों से कम रिस्क वाले विकल्प पर निवेश करें.
4. टैक्स को इग्नोर न करें
निवेश करते वक्त ऐसे विकल्पों पर विचार करें जो टैक्स में भी राहत देती है. उदाहरण के लिए नेशनल पेंशन स्कीम यानी NPS में निवेश कर आप टैक्स बचा सकते हैं. कहने का मतलब ये है कि उन योजनाओं में निवेश करें जो आपको आईटी अधिनियम की धारा 80 सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक निवेश की गई राशि का छूट देते हैं.