
न्यूयॉर्क के मैनहटन में हुए हमले के पीछे ISIS का हाथ बताया जा रहा है. हमलावर की पहचान उज़्बेकिस्तान के 29 साल के निवासी सेफुलो हबिबुल्लाएविक सेपोव के रूप में हुई है. लोगों को रौंदने के बाद जब हमलावर ट्रक से निकला तो उसके हाथ में गन थी. हालांकि बाद में यह बात सामने आ रही है कि गन नकली थी. न्यूयॉर्क पुलिस अधिकारियों के अनुसार वहां मौजूद लोगों ने यह भी बताया कि गाड़ी से उतरने के बाद हमलावर अल्लाहु अकबर! का नारा लगा रहा था.
आपको बता दें कि न्यूयॉर्क के मैनहटन में मंगलवार दोपहर को एक ट्रक सवार ने साइकिल और पैदल पथ पर लोगों को रौंदना शुरू कर दिया. घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है जबकि 10 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के पास हमले के बाद गाड़ी एक स्कूल बस में ठोंक दी. वहीं गाड़ी से उतरते ही पुलिस ने हमलावर के पेट में गोली मार दी. पुलिस ने संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है. आरोपी के पास से 2 नकली बंदकू भी बरामद हुई हैं. न्यूयॉर्क पुलिस ने इलाके को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
मिली पर्ची
हमलावर सेफुलो हबिबुल्लाएविक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. पुलिस को जांच में उसकी ट्रक से एक पर्ची बरामद हुई है. पुलिस का कहना है कि हमलावर ने खुद यह नोट ट्रक में छोड़ा था. नोट के मुताबिक उसने यह हमला इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवंट (ISIS का नया रूप) की तरफ से किया है. उसके पास से फ्लोरिडा का ड्राइविंग लाइसेंस मिला है, हालांकि वह न्यू जर्सी में रह रहा था. न्यूयॉर्क पुलिस के अनुसार वह 2010 में उज़्बेकिस्तान से अमेरिका आया था.
आतंकी कार्रवाई की पुष्टि
ट्रक ने अपनी चपेट में एक स्कूल बस को लिया जिसमें 3 बच्चे सवार थे. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप को इस घटना की जानकारी दे दी गई है और लगातार उन्हें इसका विस्तृत ब्यौरा दिया जा रहा है. यह घटना लोअर मैनहटन की है जहां से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर मेमोरियल काफी नजदीक है. न्यूयार्क मेयर ने इसे 'आतंकी कार्रवाई' बताया है.