
पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकवादी हमले की जांच के लिए एनआईए टीम ने 50 गवाहों की लिस्ट तैयार की है. पाकिस्तान जाने पर एनआईए की टीम इन गवाहों से पूछताछ कर सकती है. इस लिस्ट में हमले के मास्टर माइंड जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रौफ, कासिफ जान और शाहिद लतीफ का नाम शामिल है.
जानकारी के मुताबिक, एनआईए टीम के पाकिस्तान दौरे के संबंध में भारत लिखित वादा करने को लेकर इस्लामाबाद पर जोर डाल सकता है. पाकिस्तान की ओर से ऐसे दौरे का विरोध नहीं किए जाने के संकेत मिलने के बाद भारत लिखित आश्वासन पर दबाव डाल सकता है. इसके लिए गृह मंत्रालय विदेश मंत्रालय से संपर्क करेगा.
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय कहेगा कि वह अगले किसी भी द्विपक्षीय संपर्क के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम के दौरे को लेकर पाकिस्तान से लिखित वादा ले. जांचकर्ताओं ने पाया है कि जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर, उसका भाई अब्दुल रौफ, कासिफ जान और शाहिद लतीफ हमले के मुख्य सजिशकर्ता हैं.
एनआईए टीम की पाकिस्तान यात्रा के दौरान भारत उन सभी तक पहुंच पर जोर देगा. सूत्रों ने कहा कि पठानकोट हमले में अभी तक किसी अंदर के व्यक्ति का हाथ होने के संकेत नहीं मिले हैं. इसकी योजना बनाने और उसे लागू करने का काम सिर्फ पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने ही किया है.
विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने संकेत दिए थे कि उनका देश ऐसे अनुरोध पर विचार कर सकता है. पठानकोट हमले के संबंध में एनआईए टीम को पाकिस्तान का दौरा करने की अनुमति पर अजीज ने कहा कि भारत अनुरोध करे, तब हम इस पर विचार करेंगे.
केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा था कि सरकार को आशा है कि पठानकोट आतंकवादी हमलों के सिलसिले में साक्ष्य जुटाने के लिए एनआईए की टीम जल्दी ही पाकिस्तान का दौरा करेगी. पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पिछले पखवाड़े में संकेत दिया था कि भारतीय जांचकर्ताओं को संभवत: पाकिस्तान जाने की अनुमति ना मिले.