
एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के व्यापारी गुलाम अहमद वानी के घर पर छापेमारी की है. एनआईए ने ये छापा गुलाम अहमद वानी के पुलावामा स्थित घर पर मारा है. छापेमारी टेरर फंडिंग मामले को लेकर हुई है. बताया जा रहा है इस कार्रवाई में एजेंसी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए हैं. भारत-पाक के बीच क्रॉस एलओसी ट्रेड का काम करने वाले गुलाम अहमद वानी पर हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त होने का शक है.
इससे पहले 20 जुलाई को एनआईए ने तमिलनाडु में इस्लामिक आतंकवाद को फंडिंग को लेकर 14 जगहों पर छापेमारी की थी. ये छापेमारी अंसरुल्ला आतंकवादी गैंग से जुड़े आरोपियों के ठिकानों पर की गई थी. इस दौरान एनआईए ने 16 लोगों को गिरफ्तार भी किया था.
एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने फंड जुटाया था और भारत में इस्लामी शासन की स्थापना के इरादे से आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की तैयारी की थी. बताया जा रहा है कि एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी भारत में हमला करने के लिए लोगों की भर्ती कर रहे थे. ये लगातार वीडियो और अन्य माध्यम से जिहादी प्रचार कर रहे थे.
इसके अलावा दिसंबर 2018 में एनआईए ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अमरोहा समेत कई शहरों में छापेमारी की थी और एक बड़े ISIS मॉड्यूल का भांडा फोड़ने का दावा किया था. इस दौरान एनआईए ने 14 संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया था. हालांकि बाद में 21 जून को NIA ने सिर्फ 10 आरोपियों के खिलाफ ही पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. इसके चलते चार आरोपी जेल से बाहर आ गए थे.