
एपी सिंह की ओर से दायर याचिका में कहा गया कि पवन और अक्षय को सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल करनी है. पवन, अक्षय और विनय दया याचिका भी दाखिल करना चाहते हैं, लेकिन दस्तावेज न मिलने की वजह से वो याचिका दाखिल नहीं कर पा रहे हैं. बताया जा रहा है कि शनिवार को सुनवाई हो सकती है.
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बता दें निर्भया के मुजरिमों को फांसी पर लटकाये जाने का 'डेथ-वारंट' जारी होने के बाद से लोगों में हलचल मच गई जिसके बाद से तिहाड़ जेल में बंद फंदे पर झूलने की उल्टी गिनती कर रहे हत्यारे उतनी ही 'चुप्पी' साधे बैठे हैं. इसके पीछे कारण या फिर हत्यारों की आगे की क्या रणनीति हो सकती है? इस सवाल का जबाब उन्हीं के पास हैं. अभी तक चार में से किसी भी मुजरिम ने तिहाड़ प्रशासन द्वारा पूछे जाने के बाद भी यह नहीं बताया है कि उनकी अंतिम इच्छा आखिर क्या है?
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वहीं जेल प्रशासन के मुताबिक जेल प्रशासन ने सभी मुजरिमों से पूछा कि डेथ-वारंट अमल में लाने से पहले वे किससे और कब मिलना चाहते हैं? इसको लेकर अगर कोई नाम, पता और संपर्क-नंबर हों तो लिखित में जेल प्रशासन को सूचित कर दें. ताकि समय पर अंतिम विदाई करने वालों को जेल में बुलाने का अंतजाम किया जा सके. लेकिन फिलहाल दोनों ही सवालों का जबाब नहीं दिया है.
वहीं जेल प्रशासन ने निर्भया के मुजरिमों के परिवार वालों को चिट्ठी लिखी गई है. उसमें उनके परिवारवालों को बताया है कि सभी आरोपियों को 1 फरवरी की सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा जो भी परिवार वाले उनसे आखिरी मुलाकात करना चाहते हैं तो उनसे मिल लें. फिलहाल किसी भी आरोपियों के घर से इस खत का जबाव नहीं आया है.