
नित्यानंद आश्रम की दोनों आरोपी साध्वी फिलहाल पुलिस रिमांड पर हैं. पुलिस की गिरफ्तारी के बाद दोनों साध्वियों ने दो दिन तक पुलिस को जांच में सपोर्ट नहीं किया था. पुलिस को आशंका है कि दोनों साध्वी डिजिटली नित्यानंद के संपर्क में हैं. अहमदाबाद पुलिस ने आश्रम से 60 इलेक्ट्रिक सामान जिसमें कंप्यूटर, लैपटॉप जब्त किए हैं. सारे इंस्ट्रूमेंट्स और डाटा की जांच हो रही है.
इमिग्रेशन विभाग से पुलिस ने मांगी जानकारी
इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए साध्वी नित्यानंद के संपर्क में हो इसकी पुलिस को आशंका है. अगर लैपटॉप या टैबलेट का डेटा डिलीट हो गया होगा, तो एफएसएल की भी मदद ली जाएगी और डेटा रिकवर किया जाएगा. वहीं, दूसरी ओर पुलिस नित्यानंद के पासपोर्ट की जानकारी लेने के लिए सक्रिय है और इमिग्रेशन विभाग से भी पुलिस ने जानकारी मांगी है.
पुलिस ने नित्यानंद के आश्रम से जब्तत की गई 43 टैबलेट, 14 लैपटॉप, 3 पेन ड्राइव, 3 सीपीयू, 1 डीवीआर, 1 पैड, 4 मोबाइल, 1 लॉकर बरामद किया है. पुलिस इन सभी चीजों के जरिए उनके आईपी एड्रेस से लोकेशन ट्रेस करने के लिए साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ले रही है, जिससे नित्यानंद कहां पर है कौन-सी आईपी से इन साध्वियों के संपर्क में था, ये जानकारी मिल पाए.
शिकायत पर आश्रम से मुक्त कराया गया
पुलिस ने जानकारी दी है कि योगिनी सर्वज्ञपीठम आश्रम के 9 और 10 साल के दो बच्चों ने हमें बताया कि उन्हें यातना दी जा रही थी और बाल श्रमिक के तौर पर उनसे काम करवाया जा रहा था. अहमदाबाद के हाथीजन इलाके के एक फ्लैट में उन्हें 10 से ज्यादा दिनों से बंधक बनाकर रखा गया था. अभिभावकों की ओर से दर्ज कराई गई एक शिकायत के आधार पर आश्रम से उन्हें मुक्त करवाया गया है.
वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अहमदाबाद में नित्यानंद के आश्रम के लिए स्कूल की जमीन बिना अनुमति पट्टे पर देने के मामले में गुजरात शिक्षा विभाग से एक रिपोर्ट मांगी है. सीबीएसई ने बोर्ड की अनुमति के बिना स्वामी नित्यानंद आश्रम को डीपीएस हाथीजन अहमदाबाद की भूमि को पट्टे पर देने के मामले में जांच करने के लिए राज्य शिक्षा विभाग को लेटर लिखा है और कहा है कि इस मामले की जांच तेजी से होनी चाहिए.