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बंद होने वाली शराब की दुकानों पर बिहार में बिक सकते हैं डेयरी उत्पाद

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में हजारों शराब की दुकानों में स्वस्थ डेयरी उत्पाद बेचने की पेशकश की है. सरकार राज्य में धीरे-धीरे मद्यनिषेध लागू कर रही है.

नीतीश कुमार बिहार के सीएम नीतीश कुमार बिहार के सीएम
सबा नाज़
  • पटना,
  • 21 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 12:41 PM IST

अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा के अनुसार हुआ तो बिहार में हजारों शराब की दुकानों में जल्द ही स्वस्थ डेयरी उत्पाद बिक सकते हैं क्योंकि उनकी सरकार राज्य में धीरे-धीरे मद्यनिषेध लागू कर रही है.

कुमार ने कहा कि तकरीबन 6000 शराब की दुकानों के पास बिहार सरकार के अंतर्गत चलने वाली डेयरी सुधा के उत्पादों को बेचने का विकल्प होगा. यह राज्य संचालित सुधा के व्यापार को प्रोत्साहन देगा और साथ ही इन दुकानों को चलाने वाले लोगों को रोजगार प्रदान करेगा. सुधा बिहार राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादन फेडरेशन लिमिटेड चलाती है.

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अपनी पार्टी जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कुमार ने कहा कि राज्य में मद्य निषेध लागू करने की अपनी योजना के बारे में वह पूरी तरह दृढ़ हैं. उन्होंने कहा कि यह उनकी प्रतिबद्धता है और राज्य की लाखों महिलाएं ऐसा चाहती हैं.

उन्होंने कहा, 'ऐसी आशंका है कि इस व्यापार में शामिल लोग बेरोजगार हो जाएंगे. इसलिए मेरी सरकार उन्हें सुधा के उत्पाद बेचने का विकल्प देगी.' इनमें से ज्यादातर दुकानें महत्वपूर्ण स्थानों पर हैं.

खुलेंगे नशा मुक्ति केन्द्र
नीतीश ने उन आशंकाओं को भी दरकिनार करने की कोशिश की कि शराबबंदी से शराब की अवैध बिक्री शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा, 'इस तरह के डर की वजह से एक अच्छे काम को नहीं रोका जा सकता और उनकी सरकार इसके परिणाम से निपटने के लिए कदम उठा रही है.' उन्होंने कहा, 'यह जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की संयुक्त जिम्मेदारी होगी.' उन्होंने कहा कि हजारों स्वयं सहायता समूह इस कदम को सफल बनाने में सरकार की सहायता करेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार नशा मुक्ति केंद्र भी खोल रही है ताकि शराब के आदी लोगों की मदद की जा सके.

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शराबबंदी के वादे से मिले महिलाओं के वोट
शराब पर प्रतिबंध लगाने के नीतीश के वादे ने बड़ी संख्या में बिहार विधानसभा चुनाव में महिलाओं को जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिए आकृष्ट किया. इससे महागठबंधन को राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग पर शानदार जीत मिली. नीतीश ने माना कि एक अप्रैल से लागू होने वाले मद्यनिषेध के पहले चरण में उनकी सरकार को तकरीबन 3000 से 3500 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चुनौती से निपटने के लिए तैयार है.

-इनपुट भाषा

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