
बिहार विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीता महागठबंधन अब सरकार बनाने जा रहा है. नीतीश कुमार ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया. इस मौके पर महागठबंधन के सभी 178 विधायक मौजूद रहे.
शपथ समारोह दोपहर 2 बजे
नीतीश 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में दोपहर 2 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उन्होंने बताया कि कैबिनेट में तीनों दलों के विधायक होंगे. नीतीश ने कहा कि कानून का राज कायम होगा. हम समाज के हर तबके के लिए काम करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या शपथ समारोह में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी को बुलाएंगे, नीतीश ने कहा- इसका फैसला आम सहमति से लिया जाएगा.
राबड़ी देवी ने दिया प्रस्ताव
लालू प्रसाद ने तमाम आशंकाओं को दरकिनार करते हुए कहा कि नीतीश निर्भीक और निडर होकर सरकार चलाएं. नीतीश के नाम का प्रस्ताव लालू की पत्नी राबड़ी देवी ने आगे बढ़ाया. सभी विधायकों ने इस पर सहमति दी.
विधायकों को लालू की नसीहत
लालू ने अपने निर्वाचित विधायकों से कहा कि हमें अपने निजी स्वार्थों को दूर रखना होगा. साथ ही नसीहत भी दी कि स्टिंग ऑपरेशन और अपने करीबी पीए से सावधान रहें. लालू ने कहा कि बिहार की राजनीति पर पूरे देश की निगाह है. वहीं, नीतीश ने कहा कि हम लोगों को ऐसा काम करना है कि पूरे देश में एक अच्छा संदेश जाए. यह तीनों पार्टियों की सरकार है. सबकी जिम्मेदारी है कि सरकार सही तरीके से चले.
नीतीश बोले- इस जीत का अंतरराष्ट्रीय महत्व
नीतीश ने कहा कि महागठबंधन की इस जीत का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व है. बुद्दिजीवियों के मन में दहशत का माहौल बन गया था. देश में असहिष्णुता की स्थिति बन गई थी. लोगों ने पैसा पानी की तरह बहाया. मर्यादा भी तोड़ दी गई. मीडिया ने उनके लिए पॉजिटिव और हमारे लिए निगेटिव प्रचार किया. हमारे विरोधी छोड़ने वाले नहीं हैं, इसलिए आप सभी संयम से काम लें और सतर्क रहें.
लालू ने किया रणनीति का खुलासा
लालू ने चुनाव प्रचार की रणनीति का खुलासा भी किया, जिसकी चर्चा चहुंओर है.
लालू ने बताया कि नीतीश चुनाव में बेहद व्यवस्थित तरीके से चलते रहे और
मैं उग्र होकर काम कर रहा था. नीतीश बोलते थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को
जवाब लालू ही देंगे. हमने उन्हें उसी अंदाज में जवाब दिया. चुनाव के दौरान
चर्चा थी कि नीतीश मोदी पर निजी हमले करने से बच रहे हैं. यह महागठबंधन की
रणनीति है.