
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को नक्सल प्रभावित रेहल गांव पहुंच कर चौपाल लगाई. आजादी के 70 साल बाद भी इस गांव में कोई मुख्यमंत्री क्या, अफसर भी इस गांव में आने से डरते रहे हैं.
रोहतास जिले के पहाड़ियों पर बसे इस गांव में अब तक मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी थी, लेकिन सरकार ने यहां विकास के तमाम काम किए हैं. सड़कें बनीं, बिजली आई, सौर उर्जा का भरपूर उपयोग गांव के लोग रोशनी और खाना बनाने के लिए कर रहे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा, 'विभिन्न विभागों ने चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए रेहल गांव में बिजली, पेयजल, शौचालय और सड़क का निर्माण आदि कराया है. मैं इसके लिए सभी विभागों को धन्यवाद देता हूं. मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे मुंडेश्वरी धाम आने का कई बार मौका मिला. रोहतास गढ़ भी गए हैं, वहां जाने पर पता चला कि पहले वहां कोई मुख्यमंत्री नहीं गए हैं.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा जो सूर्य की शक्ति है, उसके माध्यम से आप सभी को बिजली उपलब्ध कराई गई है. उन्होंने कहा कि पहले ढिबरी(दीया) जलाते थे, मगर अब बिजली का अनुभव होगा, यह कोई मामूली बात नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा, सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली आई है, लेकिन बरसात के दिनों में बादल छाए रहने के कारण बिजली की कमी हो सकती है. ग्रिड के माध्यम से बिजली पहुंचाने के संदर्भ में वन विभाग और ऊर्जा विभाग में सहमति बन गई है. ताकि हमेशा बिजली मिलती रहे.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू करके समाज सुधार की बुनियाद रखी गई है. बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ भी सशक्त अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 21 साल से कम उम्र के लड़के और 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की की शादी नहीं होनी चाहिए. इससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि डी.एफ.ओ. संजय सिंह की हत्या इसी इलाके में कर दी गई थी, लेकिन उनका कसूर क्या था? गोली चलाकर या हिंसा से गरीबों का भला नहीं होगा.