
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा है कि डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) के उपयोग को लेकर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. हालांकि वह आंतरिक तौर पर इस बारे में चर्चा के लिए तैयार है.
हाल ही भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी संकेत दिए थे कि इस मसले पर और चर्चा की जा सकती है. मीडिया को जारी एक विज्ञप्ति में बीसीसीआई के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने कहा कि डीआरएस के द्विपक्षीय श्रृंखलाओं के दौरान आंशिक तौर पर या बदलाव के साथ उपयोग पर हाल में गठित नई सलाहकार समिति की सलाह भी ली जा सकती है.
डालमिया ने कहा, 'यह साफ है कि डीआरएस के उपयोग पर बीसीसीआई के फैसले में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि आंतरिक तौर पर हम इस बारे में चर्चा नहीं कर सकते.'
टीम इंडिया करती रही है विरोध
गौरतलब है कि फातुल्लाह टेस्ट के ड्रा होने के बाद कोहली ने डीआरएस के उपयोग के संबंध में कहा था, 'इसके लिए आपको बैठकर इस विषय पर विचार करना होगा. साथ ही गेंदबाजों और बल्लेबाजों से पूछने की जरूरत है कि वह इस बारे में क्या सोचते हैं.' भारत ही एकमात्र ऐसी टीम है जो लगातार डीआरएस का मजबूती से विरोध करती रही है.
कोहली ने बांग्लादेश के साथ खत्म हुए टेस्ट मैच का जिक्र करते हुए कहा, 'हमें इस मैच के लिए आने से पूर्व बहुत कम समय मिला. अब हमारे पास समय है और मुझे विश्वास है कि इस विषय पर चर्चा होगी.' पिछले साल भारतीय टेस्ट टीम के तात्कालिक कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी डीआरएस पर भारत की सोच में बदलाव के संकेत दिए थे. धोनी ने तब कहा था कि फील्ड अंपायर द्वारा पहल किए जाने के मुकाबले स्वतंत्र तरीके से अंपायर के फैसले को डीआरएस तकनीक द्वारा आंका जाना चाहिए.
-इनपुट IANS से