Advertisement

नीतीश फिर बोले- शराब बंदी पर कोई विरोधाभास नहीं, अपनी बात पर कायम

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शराब बंदी को लेकर एक बार फिर से कहा है कि इसे लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं है और वह एक अप्रैल 2016 से शराब को बंद करने जा रहे हैं.

अकरम शकील
  • पटना,
  • 04 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 12:02 AM IST

शराब बंदी पर सभी संशय खत्म करते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि वह शराब को बंद करना चाहते हैं. नीतीश ने कहा है कि वह इसके लिये आगामी एक अप्रैल 2016 से नई शराब नीति लागू करेंगे. बिहार विधानसभा परिसर में नीतीश ने कहा, 'शराबबंदी को लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं है. कोई कन्फ्यूजन होगा तो किसी के मन में होगा. सरकार के निश्चय में किसी प्रकार का कन्फ्यूजन नहीं है.' नीतीश ने साफ किया कि उन्होंने मद्य निषेध दिवस के अवसर पर 26 नवम्बर को जो बातें कही थीं उस पर कायम हैं.

Advertisement

शराब से बिगड़ रहा है समाज

नीतीश ने कहा कि उनकी चिंता गांव में रहने वाले गरीब लोगों के लिए हैं, जिसकी आमदनी सीमित है और शराब की लत इतनी बुरी है कि उनके परिवार को बर्बाद कर रही है. महिलायें बहुत कष्ट में है और इसको लेकर समाज में अनेक प्रकार की कुरीतियां आ रही है. समाज बिगड़ रहा है. उन्होंने कहा कि गांव के गरीब लोगों का परिवार शराब की बुरी लत के कारण कुपोषण का शिकार हो रहा है. जो पैसे शराब में खर्च कर देते है, उस पैसे का उपयोग अगर खाने में करेंगे तथा अन्य प्रकार से करेंगे तो उनका जीवन स्तर उठेगा, ये हमारी चिंता का विषय है. महिलाओं का जो कष्ट है वह भी हमारी चिंता का विषय है. उसी के मद्देनजर हम लोगों का निर्णय है कि हम नई शराब नीति को लागू करेंगे, जिसमें शराब को बंद करने का निर्णय है.

Advertisement

शराब बंदी के लिए बनाएंगे कार्य योजना

नीतीश ने कहा कि शराब बंदी को लेकर विस्तृत कार्य योजना बनाने के लिये हमने संबंधित विभाग को कहा है. उन्होंने हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि चुनाव के पूर्व जीविका के कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की दीदीयों की मांग पर उनसे कहा था कि अगली बार हम सरकार में आयेंगे तो शराबबंदी को लागू करेंगे, हमने वचन दिया था. 26 नवम्बर मद्य निषेध दिवस के अवसर पर हमने उस वचन को दुहराया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement