कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. संसद में भारी हंगामे और फिर कार्यवाही स्थगित होने के बाद गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हवा में बात करते हैं और जो मन में आता है कह देते हैं.
उन्होंने प्रधावमंत्री को बातों में वजन लाने की नसीहत दी और बिना इस्तीफे के चर्चा न होने की बात दोहराई. ललितगेट और व्यापम के संदर्भ में राहुल ने कहा, 'सरकार ने जनता को बड़ा भरोसा दिया था. प्रधानमंत्री ने कहा था- न खाऊंगा, न खाने दूंगा. शब्दों में वजन होना चाहिए. हमारे प्रधानमंत्री हवा में बात करते हैं. जो मन में आता है, कह देते हैं. धीरे-धीरे उनकी विश्वसनीयता खत्म हो रही है.'
'एक्शन छोड़िए, मुंह तो खोलिए'राहुल ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री को सुझाव देना चाहते हैं कि वे जनता के प्रधानमंत्री हैं, हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री हैं तो जनता की आवाज सुनें. जनता आपसे पूछ रही है. एक्शन तो बाद की बात है, पहले बताओ कि इन
मुद्दों पर सोचते क्या हो .'
राहुल ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी ललित मोदी की मदद करके विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आपराधिक काम किया है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'हम पर राज्य में जहां भी आरोप लगता है, हम एक्शन लेते हैं. व्यापम में इतनी मौतें हुईं. लेकिन प्रधानमंत्री इस पर एक शब्द नहीं बोल सकता. मुझे अच्छा लगेगा जितना पीएम कम बोलेंगे. दिक्कत यह है कि हिंदुस्तान की जनता ने प्रधानमंत्री पर भरोसा किया. आज देश की जनता दुखी है कि उसने इस आदमी पर भरोसा किया.'