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राजस्थान के शिक्षा विभाग ने बकरीद की छुट्टी खत्म की, मनेगी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती

राजस्थान की बीजेपी सरकार ने बकरीद के दिन शिक्षण संस्थानों में छुट्टियां कैंसिल कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती मनाने का फैसला किया है.

राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे
aajtak.in
  • जयपुर,
  • 09 सितंबर 2015,
  • अपडेटेड 12:02 AM IST

राजस्थान की बीजेपी सरकार ने बकरीद के दिन शिक्षण संस्थानों में छुट्टियां कैंसिल कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती मनाने का फैसला किया है.

शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार, 25 सितंबर को राज्य सरकार के कॉलेज के सभी कर्मचारी अपने दफ्तर आएंगे. इस दिन पंडित दीनदयाल के नाम पर ब्लड कैंप आयोजित किए जाएंगे.

राजस्थान सरकार के आदेश में लिखा है कि 25 सितंबर को राज्य के कॉलेज शिक्षा आयोग के संस्थानों में पंडित दीनदयाल की जयंती मनाई जाएगी, जिसमें ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किए जाएंगे. मसला यह है कि इसी दिन 25 सितंबर को बकरीद भी है, जिसकी छुट्टियां पहले से घोषित हैं. यह गजटेड होल‍िडे है, जो आजादी के पहले से चली आ रही है. ऐसे में इस दिन कर्मचारियों के बुलाने को मुस्लिम संगठन सोची-समझी साजिश बता रहे हैं

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सबसे बड़ी बात है कि बकरीद चांद दिखने पर निर्भर है, यानी 24 और 25 सितंबर को किसी एक दिन बकरीद हो सकता है, जबकि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर को है. ऐसे में चिट्ठी में 24 सितंबर को उपस्थित रहने को क्यों कहा गया है? इसी वजह से मुस्लिम संगठन इसे संदेह की नजर से देख रहे हैं.

दूसरी ओर राजस्थान सरकार का कहना है कि ब्लड डोनेशन सामाजिक काम है और पंडित दीनदयाल बड़े नेता थे, ऐसे में इसमें किसी को राजनीति नहीं देखनी चाहिए.

मुस्लिम संगठनों ने इस मसले पर आंदोलन करने के साथ-साथ कोर्ट में जाने की चेतावनी दी है. पहले भी शिक्षण संस्थानों में सूर्य नमस्कार को अनिवार्य करने और उर्दू टीचर का पद खत्म करने को लेकर राजस्थान सरकार विवादों में रही है.

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