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उत्तर प्रदेश छोड़ने पर विचार कर रहे हैं निशानेबाज जीतू राय

स्टार निशानेबाज जीतू राय ने भले ही राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्‍ड मेडल जीता हो लेकिन लखनऊ का रहने वाला यह पिस्टल किंग उत्तर प्रदेश सरकार की बेरुखी से नाखुश है. यह निशानेबाज यूपी छोड़ने पर भी विचार कर रहा है.

CWG में जीतू राय CWG में जीतू राय
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 अगस्त 2014,
  • अपडेटेड 3:50 PM IST

स्टार निशानेबाज जीतू राय ने भले ही राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्‍ड मेडल जीता हो लेकिन लखनऊ का रहने वाला यह पिस्टल किंग उत्तर प्रदेश सरकार की बेरुखी से नाखुश है. यह निशानेबाज यूपी छोड़ने पर भी विचार कर रहा है. इस साल जून में नौ दिन के अंदर तीन विश्व कप पदक जीतने के बाद राय लखनऊ में अनजान ही बने रहे और उन्हें इस शहर में पिछले आठ साल के प्रवास के दौरान कुछ खास नहीं मिला.

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जीतू ने कहा, 'मैं 2011 में झारखंड हुए राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने वाला उत्तर प्रदेश का एकमात्र निशानेबाज था. मैंने छह राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया लेकिन अब भी उन्हें मेरे यहां से ताल्लुक रखने को लेकर आशंका बनी हुई है.' उन्होंने कहा, 'मैं 2006 से लखनऊ में रह रहा हूं और यह मेरा घर है. मुझे वास्तव में बहुत दुख होता है कि उत्तर प्रदेश के लिये कई पदक जीतने और राज्य का सम्मान बढ़ाने के लिये मुझे वह सम्मान नहीं मिलता जिसका मैं हकदार हूं.'

राय ने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करके हाल में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में नए रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था. इस 25 वर्षीय नेपाली निशानेबाज ने उत्तर प्रदेश छोड़ने का विकल्प खुला रखा है. उन्होंने कहा, 'अब मैं शायद उनके पुरस्कार और इनाम स्वीकार नहीं करूंगा. मैं अन्य राज्यों से अनुरोध करने पर विचार कर रहा हूं. यदि वे मेरी उपलब्धियों को मान्यता नहीं देना चाहते हैं तो वे मुझसे कह सकते हैं मैं हरियाणा, पंजाब जैसे अन्य राज्यों का प्रतिनिधित्व कर सकता हूं.'

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राय ने पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता. उनकी निगाह अब स्पेन के ग्रेनाडा में होने वाली विश्व चैंपियनशिप पर टिकी है. यह टूर्नामेंट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे 2016 रियो ओलंपिक के लिये 64 कोटा स्थान हासिल किये जा सकते हैं. उन्होंने कहा, 'मैं इतने आगे की नहीं सोच रहा हूं लेकिन मैं विश्व चैंपियनशिप में ही रियो के लिये कोटा स्थान हासिल करने की कोशिश करूंगा. यह मेरी पहली प्राथमिकता है.

जीतू ने कहा, 'राष्ट्रमंडल खेलों की तरह यह मेरी पहली विश्व चैंपियनशिप होगी जहां चोटी के खिलाड़ी भाग लेंगे, इसलिए मुकाबला कड़ा होगा. उन्‍होंने कहा, 'कर्णी सिंह रेंज में हमारा कल से शिविर शुरू हो रहा है और एक बार अभ्‍यास करने के बाद मैं अनुमान लगा सकता हूं कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूं। अभी मैं आत्मविश्वास से भरा हूं.'

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