
यदि आप स्पोर्ट्स और खासतौर से पर्वतारोहण में थोड़ी भी दिलचस्पी रखते हैं तो अर्जुन वाजपेयी का नाम जरूर सुना होगा. महज 23 साल की उम्र में वे दुनिया के छठी सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहरा चुके हैं.
अर्जुन अपने साथियों के साथ पहुंचे Cho Oyu चोटी...
हम आपको बताते चलें कि Cho Oyu चोटी चीन-तिब्बत सीमा पर स्थित दुनिया की छठवीं सबसे ऊंची चोटी है. वे इस चोटी पर अपने साथियों पसांग नोरबू शेरपा और लाकपा शेरपा के साथ पहुंचे. उन्हें कैंप 3 से इस दूरी को तय करने में 7 घंटे लगे. वे इस दुर्गम चढ़ाई पर बड़ी मुश्किलों से पार पाते हुए पहुंचे.
साल 2014 में भी की थी कोशिश...
ऐसा नहीं है कि अर्जुन की यह पहली कोशिश है. वे इससे पहले साल 2014 में भी इस चढ़ाई के लिए चले थे. हालांकि बीच रास्ते पैरालिसिस अटैक की चपेट में आने की वजह से उनकी जान जाते-जाते बची. इस चोटी पर जीत हासिल करना उनके लिए चैलेंज सरीखा था.
हाड़ कंपा देने वाली ठंड में की चोटी फतह...
हम और आप यह खबर समतल मैदानों में पढ़ रहे हैं. हालांकि अर्जुन के लिए यह मामला एकदम उलट था. वे अकल्पनीय परिस्थितियों में चढ़ाई कर रहे थे. वहां का तापमान शून्य के आसपास रहता है. वे इससे पहले माउंट एवरेस्ट, माउंट मकालू, माउंट लोत्से और माउंट मानसलू भी फतह कर चुके हैं.