
नोएडा के सेक्टर 58 स्थित पार्क में नमाज पढ़ने पर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज शुक्रवार की नमाज के चलते प्रशासन पहले से सतर्क है. पार्क के अंदर और बाहर दोनों जगह भारी पुलिस टीम तैनात है. लोगों को पार्क में इकट्ठा होने से रोकने के लिए प्रशासन ने पार्क में पानी भरवा दिया है.
आज सुबह से पार्क में जनरेटर चलवाकर पूरे पार्क में पानी भरवाया जा रहा है. अथॉरिटी की तरफ से वहां काम कर रहे लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पार्क में पानी छिड़काव का काम रूटीन का है. पानी ज्यादा भरने पर उन्होंने तर्क दिया कि पानी की मोटर खराब हो गई है. इसके चलते पानी भर गया है. पार्क में सर्दियों में पार्क में इतना पानी भरने से प्रशासन के इस रवैये पर एक बार फिर से सवाल उठ गए हैं. इधर पुलिस ने भी पार्क में घूमने आए लोगों को सुरक्षा-व्यवस्था का हवाला देते हुए पार्क से बाहर कर दिया. पानी भरने पर पुलिस ने कहा कि ये अथॉरिटी का काम है. पुलिस लोगों को न जुटने देने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है.
इससे पहले ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 37 में भी प्रशासन ने श्रीमद्भागवत कथा रोक दी थी. ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारी दस्ते के साथ पहुंचे और टेंट उखाड़ दिया. उन्होंने तर्क दिया कि इस धार्मिक आयोजन के लिए जरूरी परमीशन नहीं ली गई है. प्रशासन के इस रवैये की भी आलोचना हुई.
नमाज पढ़ने से रोकने पर जमकर सियासत भी हो रही है. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि नोएडा पुलिस मुस्लिमों को एक सार्वजनिक पार्क में नमाज अदा करने से रोकने का आदेश 'भेदभावपूर्ण और गैरजिम्मेदाराना' है. इसका मकसद 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा सरकार की विफलताओं को छिपाना है. वहीं एआईएडीएमके के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी यूपी सरकार की आलोचना की.