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नोएडा: सूरजपुर इलाके में मिली दो लाशें, 315 बोर की बंदूक भी बरामद

नोएडा के सूरजपुर इलाके में मंगलवार को दो लाशें मिली हैं. दोनों को गोलियां लगी हुई हैं और पास से ही एक 315 बोर की बंदूक मिली है. अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि दोनों की हत्या मौके पर की गई या फिर कहीं और हत्या करके लाशों को यहां फेंका गया. मौके पर पुलिस की टीम पहुंच गई और जांच कर रही है. लाशों की शिनाख्त की जा रही है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
पुनीत शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 10:18 AM IST

  • शवों के पास से ही एक 315 बोर की बंदूक मिली
  • पुलिस की टीम लाशों की शिनाख्त कर रही है

नोएडा के सूरजपुर इलाके में मंगलवार को दो लाशें मिली हैं. दोनों को गोलियां लगी हुई हैं और पास से ही एक 315 बोर की बंदूक मिली है. अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि दोनों की हत्या मौके पर की गई या फिर कहीं और हत्या करके लाशों को यहां फेंका गया. मौके पर पुलिस की टीम पहुंच गई और जांच कर रही है. लाशों की शिनाख्त की जा रही है.

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इससे पहले, गाजियाबाद क्राइम ब्रांच और थाना सिहानी गेट पुलिस ने 6 शातिर डकैतों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों के पास से अवैध हथियार और करीब 2 हफ्ते पहले एक फैक्ट्री से लूटी गई करीब एक करोड़ रुपये की दवाइयां और माल को लेकर जाने में इस्तेमाल किए गए कैंटर को बरामद किया है.

दरअसल, 14 अगस्त की रात बदमाशों ने थाना सिहानी गेट इलाके में मेरठ रोड इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक दवाई की फैक्ट्री शिवा इंटरनेशनल में लूट की वारदात को अंजाम दिया था. फैक्ट्री के गार्ड को बंधक बनाकर बदमाशों ने करोड़ों रुपये की दवाइयां लूटी थीं. इस केस में थाना सिहानी गेट में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद मामले की जांच के लिए पुलिस की टीम गठित की गई थी.

क्राइम ब्रांच और सिहानी गेट पुलिस बदमाशों को पकड़ने की कोशिश कर रही थी. सिहानी चुंगी चौकी के पास शनिवार को पुलिस ने जब बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग की. हालांकि पुलिस ने जवाबी फायरिंग करते हुए सभी 6 डकैतों को धर दबोचा.

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गिरफ्तार बदमाशों से पुलिस ने फैक्ट्री से लूटी हुई करीब एक करोड़ रुपये की दवाइयां और एक कैंटर बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक घटना में शामिल एक बदमाश को करीब 9 साल पहले कंपनी में घोटाला किए जाने के आरोप में नौकरी से निकाल दिया गया था. जिसके बाद से उसने बदला लेने के लिए अपने साथी दिनेश, विपिन, जितेंद्र, नरगेश, नितिन और नकुल के साथ मिलकर दवाई की कंपनी में डकैती की योजना बनाई और 14 अगस्त की रात को डकैती की वारदात को अंजाम दिया.

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