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उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर लगाया परमाणु वार्ता तोड़ने का आरोप

उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर परमाणु वार्ता तोड़ने का आरोप लगाया है. उत्तर कोरिया का यह आरोप ऐसे समय में लगाया गया है जब दोनों देशों के अधिकारी स्वीडन में कार्यकारी स्तर की परमाणु वार्ता की तैयारी के लिए पहुंच गए हैं.

डोनाल्ड ट्रंप  के साथ किम जोंग-उन (फाइल फोटो- रॉयटर्स) डोनाल्ड ट्रंप के साथ किम जोंग-उन (फाइल फोटो- रॉयटर्स)
aajtak.in
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  • 05 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 12:48 AM IST

  • परमाणु वार्ता तोड़ने का उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर लगाया आरोप
  • स्वीडन में काय्रकारी स्तर पर दोनों देशों के अधिकारी कर रहे बातचीत

उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर परमाणु वार्ता तोड़ने का आरोप लगाया है. उत्तर कोरिया का यह आरोप ऐसे समय में लगाया गया है जब दोनों देशों के अधिकारी स्वीडन में कार्यकारी स्तर की परमाणु वार्ता की तैयारी के लिए पहुंच गए हैं और वार्ता की तैयारियां शुरू हो गई हैं.

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फरवरी में हनोई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन के बीच अनिर्णीत रही वार्ता के बाद पहली आधिकारिक वार्ता होगी.

वह वार्ता कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त करने के बदले मुआवजे पर प्योंगयांग और वाशिंगटन के बीच मतभेद होने के कारण बिना किसी निर्णय से समाप्त हो गई थी.

प्रशासकीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों के उप प्रमुख- अमेरिका के मार्क लैंबर्ट और उत्तर कोरिया के क्वोन जोंग-गन के बीच शुक्रवार को स्टॉकहोम के उत्तर-पूर्व में स्थित लिंडिंगो के विला एल्फ्विक स्ट्रांट में वार्ता हो चुकी है.

उत्तर कोरिया में अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि स्टीफन बीगन और उनके उत्तर कोरियाई समकक्ष किम म्योंग-गिल शनिवार को वार्ता में शामिल रहे. दोनों देशों ने कोशिश की कि ऐतिहासिक समझौते को कैसे लागू किया जाए, जो पिछले साल जून में सिंगापुर में ट्रंप और किम के बीच हुआ था. लेकिन इस पर सहमति बनती नजर नहीं बनी.

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समझौते में द्विपक्षीय संबंध बनाना, कोरियाई प्रायद्वीप पर दीर्घकालिक और स्थिर शांति स्थापित करना और प्रायद्वीप को पूर्ण रूप से परमाणु हथियारों से मुक्त करना शामिल था. समझौते से पहले उत्तर कोरिया के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख म्योंग-गिल ने कहा था कि उन्हें इस बैठक से बहुत उम्मीद है और वे आशावादी हैं. हाल के बयानों को देखें तो अमेरिका ने भी प्योंगयांग से वार्ता के संबंध में सकारात्मक उम्मीद जताई है.

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