
अमेरिका समेत संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों और चेतावनी को दरकिनार कर परमाणु हथियारों का परीक्षण करने वाले उत्तर कोरिया में ऑनलाइन क्रांति चल रही है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वहां पर लोग न सिर्फ स्मार्ट फोन के जरिए मैसेज भेजते हैं, बल्कि वीडियो कॉलिंग और ऑनलाइन खरीददारी भी खूब करते हैं.
इतना ही नहीं, उत्तर कोरिया में लोग ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं. वहां 3,000 टर्मिनल वाली बड़ी ई-लाइब्रेरी भी है. वहां की कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को ऑनलाइन बैंकिंग, खरीददारी करने के साथ ही वीडियो कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध कराती हैं.
ये सब कड़ी निगरानी के बीच उत्तर कोरिया के इंट्रानेट के जरिए होता है. हालांकि उत्तर कोरिया के लोग तकनीक के क्षेत्र में इतना आगे होने के बावजूद ग्लोबल इंटरनेट से नहीं जुड़ पाते हैं.
सिर्फ उच्च वर्ग के लोग करते हैं इंटरनेट का इस्तेमाल
उत्तर कोरिया को दुनिया में सबसे कम इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला देश कहा जाता है. वहां लोगों के ग्लोबल इंटरनेट एक्सेस करने की बात भी अकल्पनीय लगती है, लेकिन हाल में खुलासा हुआ है कि उत्तर कोरिया में उच्च वर्ग के लोगों के लिए इंटरनेट के इस्तेमाल की इजाजत है.
ये ऐसे लोग होते हैं, जो किम जोंग उन के बेहद विश्वसनीय माने जाते हैं. ये जरूरत के मुताबिक इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इसकी पूरी निगरानी की जाती है. उत्तर कोरिया के लोग अपने ई-मेल आईडी और पर्सनल कंप्यूटर को भी साझा करते हैं.
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होते हैं लेक्चर
उत्तर कोरिया की प्रतिष्ठित किम द्वितीय सुंग यूनिवर्सिटी में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए लेक्चर होते हैं. लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए डॉक्टर से मरीज सलाह ले सकते हैं. किम जोंग उन के उत्तर कोरिया के पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं, जो इंटरनेट के युग में देश को आगे ले जा रहे हैं.
आधुनिक जरूरतों को ध्यान में रखकर उत्तर कोरिया में नए तरीके के सामाजिक और राजनीतिक नियंत्रण किया जा रहा है. उत्तर कोरिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्षों का सपना था कि उनका देश तकनीक के क्षेत्र में सबसे आगे रहे. साथ ही किम जोंग उन इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के फायदे को बखूबी समझते हैं. लिहाजा वह उत्तर कोरिया को ऑनलाइन में तब्दील कर रहे हैं.
उत्तर कोरिया के आम लोग नहीं जुड़ पाते वैश्विक इंटरनेट से
उत्तर कोरिया में बेहद विश्वसनीय लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन देश की आम जनता को सिर्फ इंट्रानेट इस्तेमाल करने की इजाजत है. इसके चलते देश की जनता इंटरनेट के जरिए दुनिया से नहीं जुड़ पाती है. उत्तर कोरिया में इंट्रानेट की सुरक्षा के लिए भी बेहद सतर्कता बरती जाती है. इंट्रानेट की सुरक्षा के लिए बेहद खास इंतजाम किए जाते हैं.
इंटरनेट के इस्तेमाल पर बरीकी से रखी जाती है नजर
उत्तर कोरिया में केमिट्री से पोस्ट ग्रेजुएट करने वाले पाक सुंग जिन की माने तो उत्तर कोरिया में जरूरत के मुताबिक इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि इस पर पूरी बारीकी के साथ निगरानी की जाती है. उन्होंने बताया कि अगर इंटरनेट की जरूरत होती है, तो वहां की मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के जरिए कर सकते हैं. हालांकि इसकी पूरी निगरानी की जाएगी.