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दक्षिण कोरिया के खिलाफ प्रोपगेंडा वार को आगे बढ़ाते हुए नॉर्थ कोरिया ने अब एक नया तरीका अपनाया है. नॉर्थ कोरिया ने बैलून में इस्तेमाल किए हुए टॉयलेट पेपर, टिश्यू और सिगरेट भर कर दक्षिण कोरिया के लिए भेज दिए.
नॉर्थ कोरिया के इस कदम से दक्षिण कोरिया काफी सकते में है. शुरुआत में बैलून के अंदर भरे सामान ने दक्षिण कोरिया को डरा दिया और उन्हें यहां तक शक हुआ कि बैलून के जरिए बायोकेमिकल अटैक किया गया है. ये बैलून दक्षिण कोरिया के सैन्य रहित इलाके में भेजे गए थे.
न्यूक्लियर बम का परीक्षण के बाद शुरू हुआ ये काम
दरअसल, 6 जनवरी को नॉर्थ कोरिया ने अंडरग्राउंड न् किया तो दक्षिण कोरिया ने प्रोपगेंडा की शुरुआत करते हुए उनकी ओर बैलून छोड़े. जिसके जवाब में अब नॉर्थ कोरिया ने पलटवार किया है.
बैलून में सेट है टाइमर
नॉर्थ कोरिया की ओर से छोड़े जा रहे इन बैलून में एक टाइमर सेट है. छोटे से धमाके के बाद ये बैलून फट जाते हैं और उनमें भरा 'सामान' चारो तरफ फैलने लगता है. दक्षिण कोरिया को इन बैलून से सबसे ज्यादा खतरा किसी भी तरह के बायोकेमिकल हमले का है.
बायोकेमिकल हमले का सता रहा है डर
एक सैन्य अधिकारी ने कहा, 'हमें डर है कि नॉर्थ कोरिया बैलून के जरिए बायोकेमिकल हमला कर सकता है, जो हमारे लोगों को नुकसान पहुंचाएगा. हालांकि अब तक जो समान भेजा गया वह गंदगी और कचरा है.'