
दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना ने आज से पांच दिवसीय नौसैनिक अभ्यास शुरू किया. ऐसा उत्तर कोरिया के द्वारा अमेरिकी सीमा के अंदर गुआम क्षेत्र में मिसाइलें दागने की ताजा धमकियों के बीच किया गया.
नया संयुक्त नौसैनिक अभ्यास उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों के कारण अमेरिका के साथ बढ़ रहे तनावों के समय में किया गया है. ट्रंप और किम जोंग उन के बीच चल रही तीखी बयानबाजी के कारण जंग का डर बना हुआ है.
दक्षिण कोरिया की नौसेना ने कहा है कि कोरियाई प्रायद्वीप के पानी में सोमवार को शुरू होने वाली ड्रिल्स में लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और 40 नौसैनिक जहाज शामिल किए गए हैं. इनमें विमान वाहक यूएसएस रोनाल्ड रीगन भी शामिल है.
उत्तर कोरिया ने लगाया आरोप
दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना अक्सर युद्धाभ्यास करते हैं, जिन्हें उत्तर कोरिया घुसपैठ की रिहर्सल करार देता है. उत्तर कोरिया ने पिछले सप्ताह अमेरिका पर आरोप लगाया था कि वह विमान वाहक पोतों और अन्य सैन्य साजो-सामान को प्रायद्वीप में एकत्र कर युद्ध के लिए उकसा रहा है.
राजनयिक प्रयास रखेंगे जारी
हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि पहला बम गिरने तक हम उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक प्रयास जारी रखेंगे. एक अमेरिकी चैनल को टिलरसन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें ऐसा करने का निर्देश दिया है.
हम हर तरह से तैयार- ट्रंप
व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर किम के साथ बातचीत की संभावना को लेकर वह तैयार हैं. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, "हम देख रहे हैं कि उत्तर कोरिया के साथ क्या हो सकता है. मैं यही कह सकता हूं. हम हर तरह से तैयार हैं."
नॉर्थ कोरिया से बातचीत 'समय की बर्बादी'
इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट कर टिलरसन की नॉर्थ कोरिया से बातचीत की कोशिश को 'समय की बर्बादी' बताया था. ट्रंप ने टिलरसन को 'अपनी ऊर्जा बचाने' की सलाह दी थी. ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'रेक्स लिटिल रॉकेट मैन के साथ बातचीत करने की कोशिश में अपना टाइम बर्बाद कर रहे हैं.'
बता दें कि 10 अक्टूबर को अमेरिकी मिलिट्री के बॉ़म्बर्स ने नॉर्थ कोरिया के पेनिसुला इलाके के ऊपर उड़ान भरी थी. इससे अमेरिका ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की थी.