
नॉर्थ दिल्ली की मेयर ने निर्देश दिए हैं कि एमसीडी कर्मचारियों की सैलरी कटौती का आदेश लागू नहीं किया जाए. मेयर का यह फैसला आजतक पर खबर दिखाए जाने के बाद आया है.
बता दें कि 6 अप्रैल को आजतक ने बताया था कि कैसे सैलरी कटौती के आदेश से नॉर्थ एमसीडी कर्मचारियों के होश उड़े हुए हैं. बीते हफ्ते ही साउथ दिल्ली की मेयर कमलजीत सहरावत ने सैलरी कटौती के आदेश को साउथ एमसीडी में लागू नहीं करने के निर्देश दिए थे और अब नॉर्थ दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल ने भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस आदेश को लागू ना किया जाए.
मेयर प्रीति अग्रवाल ने कर्मचारी संगठनों से मुलाकात की थी और उनकी बातें सुनने के बाद कहा कि सैलरी में बढ़ोतरी का आदेश सदन में पारित हुआ था और क्योंकि सदन सर्वोपरी होता है ऐसे में सैलरी कटौती का आदेश जारी नहीं हो सकता.
आजतक ने 6 अप्रैल को ही नार्थ एमसीडी के उस आदेश की एक्सक्लूसिव कॉपी अपने दर्शकों को दिखाई थी, जिसमें हेड क्लर्क (ए.एस.ओ) और जूनियर स्टेनोग्राफर (पी.ए.) का ग्रेड-पे 4600 से 4200 कर दिया था, वहीं सुपरिटेंडेंट (एस.ओ.) और सीनियर स्टेनोग्राफर (पी.एस.) का ग्रेड-पे 4800 से 4600 करने की बात कही गई थी.
इसके अलावा बढ़ी हुई सैलरी से जो राशि अब तक कर्मचारियों को मिली थी उसकी भी रिकवरी के आदेश जारी हुए थे. इस आदेश के बाद से एमसीडी स्टाफ बेहद नाराज थे. उनका कहना था कि उन्हें पहले ही वक्त पर सैलरी नहीं मिल रही है और दो से तीन महीने के बाद जो सैलरी मिल रही है अगर वो भी कट जाएगी तो घर चलाना मुश्किल हो जाएगा.
मेयर प्रीति अग्रवाल ने कर्मचारियों की बातों को सुनने के बाद निर्देश दिए कि आदेश को लागू ना किया जाए. प्रीति अग्रवाल के इस फैसले से नॉर्थ एमसीडी में काम करने वाले करीब 2200 कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है.