
पिछले दिनों दिल्ली से सटे गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम कर दिया गया. सरकार के मुताबिक लंबे समय से चली आ रही मांग के बाद ये फैसला किया गया है जबकि अभी तक इस पर लोगों की विपरीत प्रतिक्रिया ही आई है. ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी शहर का नाम बदला गया है. इससे पहले भी देश के कई शहरों के नाम बदले जा चुके हैं. इसके अलावा 4 नवंबर 2014 को उड़ीसा जैसे राज्य का नाम भी बदलकर ओडिशा कर दिया गया था. कभी राजनीतिक फायदों तो कभी संस्कृति का हवाला देकर भारत में कई शहरों के नाम और पहचान बदल दी गई. जानें भारत के किन शहरों के नाम बदले गए.
1. पंजिम से पणजी
गोवा की राजधानी पणजी का नाम पहले 'पंजिम' हुआ करता था. कोंकणी भाषा में इसे 'पोन्नजे' भी कहा जाता है. 1960 के दशक तक पुर्तगालियों ने इस शहर पर राज किया था और उसके बाद इसका नाम बदल दिया गया. तीनों नाम संस्कृत से बने हैं और इसका मतलब 'नाव' होता है.
2. बनारस बन गया वाराणसी
1956 की बात है जब बनारस को बदलकर 'वाराणसी' कर दिया गया. ये नाम शहर में बहने वाली 'वरुणा' और 'असि' नाम की दो नदियों को मिलाकर रखा गया. ऋगवेद में इसे 'काशी' कहा गया है.
3. इंधूर से इंदौर
मध्य प्रदेश के इस शहर का नाम मराठा शासन के दौरान 'इंधूर' रखा गया था लेकिन ब्रिटिश शासन काल में इसे बदलकर 'इंदौर' कर दिया गया. शहर का नाम यहां के मशहूर इंद्रेश्वर मंदिर के नाम पर रखा गया, जहां इंद्रदेव की पूजा की जाती है. 'इंधूर' एक मराठी नाम है.
4. बॉम्बे से मुंबई
महाराष्ट्र की राजधानी बॉम्बे का नाम बदलकर 1996 में मुंबई कर दिया गया था. ये नाम 'मुम्बा'(महा अम्बा) यानी मुम्बादेवी और मराठी में मां कहे जाने वाले 'आई' से बना था. 1995 से पहले शिव सेना बॉम्बे का नाम बदलकर मुंबई किए जाने का दबाव बनाती रही. राजनीतिक पार्टी का कहना था कि मुंबई का नाम बिगाड़कर बॉम्बे कर दिया गया है.
5. रोपड़ से रूपनगर
पंजाब के मोहाली के इस शहर का नाम पहले रोपड़ था लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर रूपनगर कर दिया गया. कहा जाता है कि शहर का नाम रूपनगर, रोकेशर नामक राजा ने रखा था, जिसने 11वीं सदी में शासन किया था. रोकेशर ने अपने बेटे रूप सेन के नाम पर इस शहर का नाम रोपड़ रखा.
6. मद्रास हो गया चेन्नई
अगस्त 1996 में ही मद्रास का नाम बदल कर चेन्नई कर दिया गया था. तमिलनाडु सरकार ने शहर के नाम में बदलाव को मंजूरी दी. उस समय देश के कई शहरों के नाम बदले जा रहे थे. सरकार ने तमिल भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए शहर का नाम बदला था.
7. सिमला से शिमला
हिमाचल प्रदेश की राजधानी का नाम ब्रिटिश काल में सिमला हुआ करता था. ये अंग्रेजों की समर कैपिटल यानि गर्मियों की राजधानी थी. अंग्रेजों से देश की आजादी के बाद इसके नाम को भी आजाद कर इसे शिमला कर दिया गया.
8. बड़ौदा हुआ बड़ोदरा
गुजरात के शहर बड़ौदा का नाम साल 1974 में बदल कर बड़ोदरा किया गया था. पहले इसे वीराकक्षेत्र और वीरावती नामों से भी जाना जाता था. बाद में इसका नाम वडोदरा हो गया, जो संस्कृत शब्द वटोदर से बना है. वटोदर का अर्थ होता है बरगद का पेड़. बड़ोदरा का ऐतिहासिक नाम वादपद्रक भी है. 1974 में इसी नाम से जोड़ते हुए इस शहर का नाम बड़ोदरा रखा गया.
9. कलकत्ता अब कोलकाता
साल 2001 में पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता का नाम बदलकर कोलकाता किया गया था. कोलकाता नाम को कालिकाता से जोड़ कर देखा जाता है. अंग्रेजों द्वारा बंगाल जीतने से पहले इस क्षेत्र के तीन गांव में से एक गाव का नाम कालिकाता हुआ करता था. बाकी दो गांव का नाम सुतानुति और गोविंदापुर थे. कालिकाता नाम मां काली के नाम से निकला है.
10. पोंडिचेरी अब पोंडिचेरी नहीं
फ्रेंच शहर रहे पांडिचेरी का नाम 2006 में बदल कर पुदुचेरी किया गया था. पुदुचेरी एक तमिल नाम है जिसका अर्थ होता है नया शहर.
11. मोहाली से एसएएस नगर
मोहाली का नाम औपचारिक तौर पर बदलकर गुरु गोबिंद सिंह के बड़े बेटे साहिबजादा अजीत सिंह के नाम पर रख दिया गया. समय बचाने के लिए इसे एसएएस नगर कहा जाने लगा. 14 अप्रैल 2006 को एसएएस नगर को रोपड़ और पटियाला जिलों से काटकर पंजाब का 18वां जिला बना दिया गया था.
12. कोचीन से कोच्चि
कोच्चि केरल के एर्नाकुलम जिले एक बड़ा बंदरगाह शहर है. साल 1996 में इसका नाम बदला गया था. कोच्चि एक मलयालम शब्द कोच्चू अजी से बना है, जिसका मतलब होता है एक छोटी झील. 17वीं सदी में इतालवी खोजकर्ताओं ने कहा था कि शहर में समुद्र से जुड़ने वाली नदी कोच्चि के नाम पर इसका नाम पड़ा. पहले पुर्तगाली और फिर अंग्रेज इसे कोचीन बुलाने लगे. हालांकि 1996 में इसका नाम कोच्चि कर दिया गया.
13. त्रिवेंद्रम बना तिरुवनंतपुरम
1991 में केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम का नाम बदलकर तिरुवनंतपुरम कर दिया गया था. तिरु-अनंत-पुरम मलयाली भाषा के शब्द हैं जिसका मतलब होता है भगवान अनंत का शहर. केरल के मशहूर श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में भगवान अनंत देव की पूजा की जाती है.
14. काउनपुर से कानपुर
बहुत कम लोग जानते हैं कि कानपुर का नाम पहले काउनपुर था. जैसा कि नाम से ही महसूस हो जाता है कि अंग्रेज अपनी सहूलियत के हिसाब से इसे काउनपुर बुलाते और जैसा वो बोलते थे, उसी नाम से उसे लिखा भी जाने लगा. हालांकि अंग्रेजों से आजादी के एक साल के अंदर ही शहर के नाम को भी आजादी से दे दी गई और बदलकर इसका पुराना नाम कानपुर कर दिया गया.
15. पूना से पुणे
मुंबई से करीब 150 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के शहर पुणे को पहले पूना कहा जाता था लेकिन 1977 में इसके नाम बदला गया. कहा जाता है कि अंग्रेजों ने 1977 में ही इसका नाम बदल दिया था. जानकारों की मानें तो महज सहूलियत के लिए इसे पुणे बुलाया जाने लगा जबकि कुछ का कहना है कि इसका नाम पुण्य गिरी के नाम पर पड़ा है.
बस यहीं खत्म नहीं होती लिस्ट
अक्टूबर 2014 में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक के 12 शहरों के नाम को बदलने की मंजूरी दे दी थी. इसके बाद इन सभी शहरों को कन्नड़ नामों से पुकारा जाने लगा. इनमें बैंगलोर(बेंगलुरु), मैसूर (मैसूरु), बेलगाम (बेलागावी), मैंगलोर(मैंगलुरु), बेल्लारी(बल्लारी), बीजापुर(वीजापुर), गुलबर्गा(कालाबुर्गी), हुबली(हुबल्ली), तुमकुर(तुमाकुरु) शामिल हैं. इसके अलावा नासिक(नाशिक), गौहाटी(गुवाहाटी), जुब्बलपोर(जबलपुर) और कैलिकट(कोजिकोड) जैसे शहरों के नाम भी बदले जा चुके हैं.