
नोटबंदी के बाद बंद हो चुके 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बैंक में जमा कराने के लिए 50 दिन की मियाद पूरी होने में अब 10 दिन से भी कम बचे हैं. ऐसे में बैंकों में अब आखिरी लाइन लगनी शुरू हो गई है. कोई इसे आखिरी लाइन कह रहा है, तो कोई इसे तीन नंबर का वह धन, जिसे पत्नियों ने पतियों से छुपा कर रखा था और चुपचाप इसे बदलने या फिर बैंक में जमा करना चाहती थी. इस सबके बीच एक बात साफ है कि लोगों के पैसे एक बार फिर निकलने लगे हैं और बैंकों में जमा होने शुरू गए हैं.
अपने खाते में एक बार में 5000 रुपये से ज्यादा के पुराने नोट जमा कराने को लेकर नई गाइडलाइन के बाद कई लोग घरों में रखे पुराने नोट लेकर मंगलवार सुबह-सुबह ही बैंक पहुंच गए. सभी को यहां वजह बतानी पड़ रही है कि आखिर उनके घर में ये पैसा अब तक क्यों पड़ा रहा है.
तीन नंबर का पैसा!
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक में 20 हजार के पुराने नोट जमा कराने पहुंचे संजय कुमार से जब पीएनबी के ब्रांच मैनेजर ने अब तक पैसे नहीं जमा कराने के पीछे की वजह पूछी को संजय ने बताया कि पत्नी ने ये नोट छुपा रखे थे, जो सोमवार को ही उसे पता चला. आजतक ने संजय से बात की, तो उनकी बातों में पैसे निकालने का दर्द और पत्नी के छुपाए पैसे के खुलासे की खुशी दोनों ही नजर आई. संजय ने कहा कि ये वो पैसे हैं, जिसकी उन्हें कोई भनक तक नहीं थी. ये तो पत्नी ने छुपा के रखे थे. जब इस पर स्ट्राइक हुई तो अचानक सामने आ गया है.
प्रधानमंत्री मोदी की मुहिम से संजय को जरूर फायदा हो गया, लेकिन उनके जवाब सुनकर लोगों की हंसी काफी देर तक बरकरार रही. बैंक वालों ने ऐसे पैसों के लिए एक नया टर्म दिया है तीन नंबर का धन... ये वो धन है जो न तो काला है, न ही पूरा सफेद, क्योंकि ये पत्नियों ने इस उम्मीद में अभी तक छिपा रखा था कि शायद कोई रास्ता निकल आएगा... पीएनबी के मैनेजर भी मजाक में कहते हैं, यह तो तीन नंबर का धन है... क्योंकि ये कोई काला धन नहीं, लेकिन छुपा धन है...
इसी बैंक में कई और लोग अपने पुरानी नोट जमा कराने पहुंचे थे. इनमें ज्यादातर छात्र थे, जिनका कहना है कि उनके परिवार ने फीस के लिए पैसे भेजे थे, जिसे वह जमा नहीं कर पाए थे, लेकिन अब उसे जमा कराना पड़ रहा है. वहीं बैंक मैनेजर के मुताबिक, उन्होंने बकायदा एक रजिस्टर खोल दिया है, जिसमें 5000 से ज्यादा जमा कराने वालों की लिस्ट है. इस रजिस्टर में किसने-कितना जमा कराया और क्यों अब तक इन लोगों ने अपने पैसे घरों में रखे थे ये लोगों से लिखवाए जा रहे हैं.