
अब लोगों को आधार कार्ड बनवाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, क्योंकि केंद्र सरकार फरवरी में डाकघरों में आधार बनवाने की सुविधा शुरू करने जा रही है. जानकारी के मुताबिक, संबंध में विभागीय कार्य प्रगति पर है. आगरा क्षेत्र में आधार कार्ड बनाने के लिए 600 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है.
डाक सेवा के उपनिदेशक आर. बी. त्रिपाठी ने बताया कि लोगों को जल्द ही आधार कार्ड बनवाने की सुविधा डाकघरों में मिलेगी. उन्होंने कहा कि सम्भवत: इस सुविधा का लाभ लोग फरवरी माह से पा सकेंगे.
गौरतलब है कि सीएससी या अन्य कंपनियों के सेंटरों पर आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही थी. लेकिन बीते एक सितंबर से यह व्यवस्था बदल गई है. अब केवल सरकारी कार्यालयों में ही आधार कार्ड बनाने का काम होगा. अब इसे और गोपनीय बनाने की कवायद शुरू कर दी है. इस कड़ी में सरकार ने डाकघर को जिम्मेदारी सौंपी है.
डाकघरों में आधार कार्ड बनाने और उसमें सुधार निशुल्क किया जाएगा. इसके तहत आगरा परिक्षेत्र में छह सौ डाक कर्मचारियों का चयन किया गया है. इनकी एक परीक्षा हो चुकी है. विभागीय अधिकारी जल्द ही डाकघरों में आधार कार्ड बनाने वाले उपकरण उपलब्ध कराने में जुटे हैं.
ये है आधार-पैन लिंकिंग का आसान तरीका
हालांकि आधार-पैन लिंकिंग की आखिरी तारीख को 31 अगस्त तक करना एक रूटीन फैसला है और इस तारीख के बाद भी देश में आधार और पैन की लिंकिंग का काम भी किया जाएगा. आधार पैन लिंकिंग की आखिरी तारीख पर बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सफाई दी है कि लिकिंग का यह काम एक सतत प्रक्रिया है और देश में जैसे-जैसे नए पैन और आधार बनते रहेंगे, लिंकिंग का काम जारी रहेगा.
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ऐसे पता करें अपने पैन की वैलिडिटी
लिहाजा, जिनके पास यह दोनों दस्तावेज नहीं हैं और उन्हें फिलहाल बैंकिंग और अन्य कारोबार अथवा केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं लेना है उनके लिए लिकिंग की यह आखिरी तारीख कोई मायने नहीं रखती. यदि किसी आधार धारक के पास पैन नहीं है तो वह स्वेच्छा से उसे बनवा सकता है.
क्यों जरूरी है पैन कार्ड और इसकी आधार से लिंकिंग
नए पैन कार्ड से बैंकों के लिए ग्राहकों का पैन कार्ड वैरिफिकेशन का काम बेहद आसान हो जाएगा. क्यूआर कोड की मदद से इसे महज चंद सेकेंड़ों में पूरा किया जा सकेगा. वहीं पुराने पैन कार्ड में कार्ड होल्डर के वैरिफिकेशन की प्रक्रिया बेहद पेंचीदी थी और अधिक समय लगता था. गौरतलब है कि देश में कालेधन पर लगाम लगाने और केन्द्र सरकार के विकास के कार्यक्रमों से चोरी रोकने के लिए पैन और आधार की लिंकिंग बेहद जरूरी है.