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उत्तराखंड: पंतनगर की फैक्ट्री से उठाए गए मैगी के सैम्पल

मैगी नूडल्स में घातक केमिकल की मात्रा मानक से ज्यादा पाए जाने की रिपोर्ट के बाद अब उत्तराखंड के पंतनगर में स्थित नेस्ले इंडिया की फैक्टी सरकार की निगरानी में आ गई है.

मैगी मैगी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 जून 2015,
  • अपडेटेड 9:04 AM IST

मैगी नूडल्स में घातक केमिकल की मात्रा मानक से ज्यादा पाए जाने की रिपोर्ट के बाद अब उत्तराखंड के पंतनगर में स्थित नेस्ले इंडिया की फैक्टी सरकार की निगरानी में आ गई है.

उधमसिंह नगर जिले के जिलाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि राज्य के खाद्य सुरक्षा विभाग की एक उच्च स्तरीय टीम ने शनिवार को नेस्ले की फैक्टी में जाकर मैगी नूडल्स के आठ नमूने लिए. ये नमूने जांच के लिये राज्य के खाद्य, औषधि एवं विश्लेषण प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं.

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इस बीच, देहरादून तथा अन्य कई शहरों से भी मैगी नूडल्स के सैंपल एकत्रित किए गए हैं और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशालाओं में भेजा गया है. बीते दिनों, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में मैगी नूडल्स के नमूने एकत्रित किए गए थे, जिनमें जांच के दौरान मोनो सोडियम ग्लूकोमेट और मानक सीमा से ज्यादा पाया गया.

आपको बता दें कि साल 2006 में नेस्ले ने पंतनगर स्थित फैक्टी में अपना उत्पादन शुरू किया था और तब से वहां केवल मैगी नूडल्स का ही उत्पादन हो रहा है. गौरतलब है कि मैगी में लेड की मात्रा ज्यादा मिलने से पूरे देश में नमूने लेकर इसकी जांच की कार्रवाई की जा रही है. यह लेड नुकसानदायक स्तर पर है. यह खासकर बच्चों की सेहत के लिए खतरनाक है. इसके बाद 1.40 लाख मैगी के पैकेट्स सीज किए गए थे.

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वहीं, मैगी में सेहत के लिए नुकसानदेह तत्व पाए जाने के मामले में उत्तर प्रदेश बाराबंकी की अलग-अलग कोर्ट में कंपनी और उसका प्रचार कर चुके एक्टर अमिताभ बच्चन और एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित समेत कई पक्षों के खिलाफ अलग-अलग केस दायर किए गए.

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