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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारत-चीन सीमा वार्ता के 19वें दौर में बीजिंग पहुचंकर जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित करार देने के भारत के प्रयास को चीन द्वारा बाधित किये जाने का मुद्दा उठाया.
विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किये गये डोभाल ने चीन से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले ही इंडिया टुडे से बताया कि सीमा वार्ता के 19वें दौर में दोनों पक्षों ने आतंकवाद का मुकाबला करने और अन्य रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की. आतंकवाद प्रतिरोधी चर्चा के दौरान मसूद अजहर का मुद्दे पर भी बात हुई.
दो घंटे चली वार्ता
दोनों देशों के बीच सालाना तौर पर होने वाली इस सीमा वार्ता में चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जियेची के साथ अजीत डोभाल की वार्ता दो घंटे तक चली. इस वार्ता में सीमा विवाद पर भी चर्चा हुई.
आतंकवाद पर दोहरा मानदंड बर्दाश्त नहीं होगा
इससे पहले रूस में सुषमा स्वराज ने अपने चीनी समकक्ष वांग ली के साथ पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर का मामला गंभीरता से उठाया था. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है. विभिन्न देश इसके खिलाफ लड़ाई में दोहरा मानदंड नहीं अपना सकते. सुषमा ने रूस-भारत-चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की 14वीं बैठक के दौरान ये बातें कहीं.