
दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (डूसू) के दंगल के मद्देनजर अलग-अलग छात्र संगठन अपनी जड़ें मजबूत करने में लग गया है. इसीलिए कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में मार्च कर शक्ति प्रदर्शन किया. इस मार्च का नेतृत्व संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष अमृता धवन ने किया.
एबीवीपी के काम काज पर साधा निशाना
धवन ने छात्र मुद्दों को उठाते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बीते एक साल में पूरी तरह से यूनिवर्सिटी का भगवाकरण कर दिया है. इसके अलावा एनएसयूआई ने एबीवीपी से छात्रों के लिए मिलने वाले 20 लाख रुपये के छात्र फंड का भी ब्योरा भी मांगा.
छात्रों के हित में यूनिवर्सिटी मार्च
एनएसयूआई ने इस शक्ति प्रदर्शन को पूरी तरह से छात्र हित के लिए बताया. धवन ने भी कहा कि ये मार्च किसी भी चुनाव को ध्यान में रखकर नहीं, बल्कि छात्रों के हित के लिए किया जा रहा है. करीब 1000 छात्रों और कार्यकर्ताओं के साथ शक्ति प्रदर्शन करने उतरी एमएसयूआई के हौसले बुलंद नजर आए.
एनएसयूआई का शक्ति प्रदर्शन से इनकार
भले ही धवन ने इस मार्च को शक्ति प्रदर्शन का नाम देने से इनकार किया हो, लेकिन जिस तरह से एमएसयूआई ने विद्यार्थी परिषद और उसके काम काज पर हमला बोला उससे साफ जाहिर है कि इस बार वह अभी से डूसू के दंगल के लिए अपनी जड़े मजबूत करने में जुट गई हैं. साथ ही विरोधियों के खिलाफ छात्रों के दिमाग में सवाल रखने की पूरी कोशिश कर रही है.