
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी इटली से लौटे ही थे कि उनके घर के बाहर टैक्सी चालक प्रदर्शन करने पहुंच गए. मंगलवार को ओला और उबर कंपनी के कैब चालकों ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर अपनी-अपनी टैक्सी में काले झंडे लगाकर परिवहन विभाग की कार्रवाई पर नाराजगी जताई. इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की. प्रदर्शनकारियों ने परिवहन मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ नारे लगाए और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका.
टैक्सी चालकों के मुताबिक, दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग गाड़ी के पूरे कागज होने के बावजूद बेवजह परेशान कर, रुपये उगाहता है. प्रदर्शन का मोर्चा संभाल रहे अरुण चौधरी ने कहा, 'आए दिन हमारी हमारी ओला और उबर की गाड़ियों को टारगेट किया जा रहा है. दिल्ली सरकार ने 150 टीमें बनाई हैं, जो हमारी गाड़ी पकड़ रहे हैं. अब तक 1400 के आसपास गाड़ियां जब्त की गई हैं. हमारी मांग है कि गाड़ियों को बिना किसी शर्त के छोड़ा जाए. हमने गाड़ी किश्तों में खरीदी है. कई घरों में चूल्हा नहीं जल पा रहा है. दिल्ली सरकार परिवहन विभाग की तैनाती हटाए.'
'बिना रिश्वत लिए नहीं दिया जाने'
प्रदर्शन करने पहुंचे कैब चालक अनिल ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया, 'मैं ओला कैब चलाता हूं. एक दिन कालिंदी कुञ्ज से रोहिणी सवारी लेकर आया था. सेक्टर 18 में सीएनजी भरा ही रहा था कि परिवहन विभाग के अधिकारियों ने मुझसे लाइसेंस और कागजात मांगे. उस वक्त गाड़ी में 4 सवारी भी थी. वर्दी वालों ने 2 हजार रुपये मांगे, लेकिन मेरे पास 1 हजार रुपये ही थे. रिश्वत देने के बाद ही मुझे जाने दिया. परिवहन विभाग वालों ने बोला कि मीटर से चलो, सरकार का आदेश है.'