
ओम पुरी बॉलीवुड सिनेमा का वो सितारा जिसने अपनी धाकड़ आवाज और बेमिशाल अभिनय से देश ही नहीं बल्कि विश्वभर के लोगों को अपना मुरीद बना दिया. पुरी ने अपने शुरुआती दौर में कठिन संघर्ष किया. साढ़े तीन दशक के अपने करियर में उन्होंने हर तरह के किरदार किए. उनकी पुण्यतिथि पर बता रहे हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ अनसुने किस्से.
ओम पुरी का जन्म 18 अक्टूबर 1950 को अंबाला में हुआ था. उन्होंने मराठी फिल्म घासीराम कोतवाल से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. 1983 की फिल्म अर्ध सत्य से वे लोगों की निगाह में आए. उन्होंने इस दौरान कुछ पंजाबी फिल्मों में भी काम किया.
नसीरुद्दीन शाह और ओम पुरी ने साथ में आक्रोश, स्पर्श, जाने भी दो यारों, अर्ध सत्य, पार, मंडी और एलबर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है जैसी फिल्मों में काम किया. वे नसीर के साथ अनुपम खेर के शो में आए थे. इस दौरान ओम पुरी ने अपने जीवन के संघर्ष के बारे में बताया. वे 6 साल की उम्र में टी स्टॉल पर चाय के बर्तन साफ करते थे.
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के वक्त का किस्सा शेयर करते हुए ओम पुरी ने कहा था कि वे अंदर से काफी कुढ़े हुए थे. नसीर समेत उनके सभी साथी शानदार अंग्रेजी बोलते थे मगर ओम पुरी को अंग्रेजी नहीं आती थी. इस दौरान उनके मेंटर का उन्हें साथ मिला. जिसके बाद उन्होंने इस भाषा पर काम करना शुरू किया. नतीजतन उन्होंने लगभग 20 अंग्रेजी फिल्मों में काम कर डाला.
उन्होंने माई सन द फेंटास्टिक, ईस्ट इज ईस्ट, पेरोल ऑफिसर और सिटी ऑफ जॉय जैसी फिल्मों में काम किया. उन्हें अर्ध सत्य में दमदार अभिनय के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. उन्होंने कई सारी फिल्मों के लिए वॉइस ओवर भी किया. 6 जनवरी 2017 को 66 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.