Advertisement

साल 2010 के बाद कश्मीर के गांवों से निकले औसतन एक से ज्यादा आतंकी

हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की 8 जुलाई, 2016 को सुरक्षा बलों द्वारा ढेर किए जाने के बाद आतंकियों की भर्ती में तेजी आई है. सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के भौगोलिक प्रसार की एक रिपोर्ट तैयार की है.

बुरहान वानी के मारे जाने के बाद बढ़ी आतंकियों की भर्ती बुरहान वानी के मारे जाने के बाद बढ़ी आतंकियों की भर्ती
दिनेश अग्रहरि
  • ,
  • 12 जून 2018,
  • अपडेटेड 11:22 AM IST

साल 2010 की गर्मियों से अब तक कश्मीर और चिनाब घाटी के 354 गांवों से 476 से ज्यादा आतंकी निकले हैं. इनमें से 335 सिर्फ दक्ष‍िण कश्मीर के 247 गांवों से हैं.

हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी की 8 जुलाई, 2016 को सुरक्षा बलों द्वारा ढेर किए जाने के बाद आतंकियों की भर्ती में तेजी आई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के भौगोलिक प्रसार की एक रिपोर्ट तैयार की है.

Advertisement

इस रिपोर्ट में कश्मीर को 29 क्लस्टर में बांटा गया. यह पाया गया कि जम्मू के चिनाब घाटी के डोडा, किश्तवाड़, रियासी और रमबान के अलावा कश्मीर के हर जिले में स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती की गई है.

इस सूची में सबसे शीर्ष पर दक्षिण कश्मीर का सोपियां जिला है, जहां साल 2010 से अब तक 70 गांवों में 95 स्थानीय युवा आतंकी बन गए हैं. सबसे ज्यादा सात युवा आतंकी इस जिले के हेफ जैनपोरा गांव से निकले हैं.

इसी तरह, फालिपुरा केलर, जैनपुरा और पद्देपुरा गांव से चार-चार आतंकी निकले हैं. इसी जिले के तीन अन्य गांवों से तीन-तीन आतंकी और चार गांवों से दो-दो आतंकी निकले हैं.

पिछले आठ साल में कश्मीर के पुलवामा जिले के 60 गांवों से 88 आतंकी निकले हैं. जिले के काकपुरा और लेलहर गांव से छह-छह आतंकी निकले हैं. जिले के दो अन्य गांवों से पांच-पांच आतंकी, गुंडबाग गांव से तीन आतंकी और  पांच गावों से दो-दो आतंकी निकले हैं.

Advertisement

खबर के अनुसार, राज्य के कुलगाम जिले के 49 गांवों से 64 आतंकी निकले हैं. अवंतीपुरा के 41 गांवों से 54 युवा आतंकवाद के जाल में फंस चुके हैं. इसी प्रकार, अनंतनाग के 27 गांवों से 34 आतंकी, बारामुला के 28 गांवों से 33 आतंकी, बांदीपुरा के 13 गांवों से 17 आतंकी, सोपोर के 18 गांवों से 29 आतंकी, कुपवाड़ा के पांच गांवों से पांच आतंकी, हंदवाड़ा के चार गावों से एक-एक आतंकी निकले हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, मध्य कश्मीर के 20 गांवों से 22 युवा आतंकी बन गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, बडगाम के आठ गांवों से 10 आतंकी निकले हैं. श्रीनगर के 10 गांवों से 12 आतंकी, किश्तवाड़ के नौ गांवों से 10 आतंकी, डोडा के चार गांवों से एक-एक आतंकी, रमबान जिले से छह आतंकी और रियासी के दो गांवों से दो आतंकी निकले हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement