
इस सत्र में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद डब्ल्यूजीसी एचएसबीसी चैंपियनशिप में पहली बार खेलने की तैयारी करते हुए भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय संस्कारों ने उनके आगे बढ़ने में अहम भूमिका निभाई है. जोश से भरे हुए लाहिड़ी ने साथ ही यह भी कहा कि जब उनका दिन होता है तो वो किसी भी खिलाड़ी को हरा सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मेरा रवैया और मैं कैसे आगे बढ़ा यह भारतीय संस्कारों की देन हैं जो मेरे अंदर भरे हुए हैं. मैं एर्नी (एल्स) और जीव (मिल्खा सिंह) जैसे खिलाड़ियों से काफी प्रेरणा लेता हूं, लेकिन जब मैं कोर्स पर होता हूं तो मुझे लगता है कि जब मेरा दिन होता है तो किसी को भी हरा सकता हूं. मैं उनका सम्मान करता हूं और मैं यहां गोल्फ खेलने के लिये आया हूं.’
लाहिड़ी ने कहा कि वह यहां कई स्टार गोल्फरों के बीच अच्छा प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त हैं. साल की आखिरी वर्ल्ड गोल्फ चैंपियनशिप छह से नौ नवंबर के बीच शेशान इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में आयोजित की जाएगी जिसमें ऑस्ट्रेलिया के एडम स्कॉट, जर्मनी के मार्टिन केमर और अमेरिका के बुब्बा वाटसन सहित चोटी के कई खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी वर्तमान स्थिति के आधार पर इसमें जगह बनाई. वह अभी एशियन टूर आफ मेरिट में दूसरे स्थान पर हैं.
लाहिड़ी इससे पहले अन्य चीनी शहरों में खेले हैं लेकिन शेशान इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में वह पहली बार खेलेंगे. वह पिछले सप्ताह मकाउ में पांचवां एशियन टूर खिताब जीतकर यहां आए हैं. उन्होंने कहा, ‘पिछली बार जब मैं चीन में खेला था तो वह एशियन टूर में मेरा पहला सत्र था. यह काफी पुरानी बात है. तब से मैं एक खिलाड़ी के रूप में काफी आगे बढ़ गया हूं.’
लाहिड़ी ने कहा, ‘यह साल का वह समय है जबकि आप अपनी सर्वश्रेष्ठ गोल्फ खेलना चाहते हो. हमें बड़ी प्रतियोगिता में खेलने का मौका मिला है जिसमें बड़ी पुरस्कार राशि और विश्व रैंकिंग के अंक दांव पर लगे हैं. मैं अच्छा खेल रहा हूं और मैं आश्वस्त हूं. मुझे जो करना है मेरा ध्यान उसी पर है.’
वर्ल्ड में 69वें नंबर के लाहिड़ी ने सत्र के आखिर में वर्ल्ड के चोटी के 50 खिलाड़ियों में शामिल होना अपना लक्ष्य बनाया है और वह डब्ल्यूजीसी एचएसबीसी चैंपियन्स में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोल्फरों का सामना करने के लिये तैयार हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं कि मैं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का सामना कर सकता हूं. कुछ ऐसे विभाग हैं जिनमें मुझे लगता है कि अब भी सुधार की जरूरत है. मैं इन पर काम कर रहा हूं और निश्चित तौर पर सुधार हो रहा है.’
(इनपुट भाषा से)