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सालभर पहले म्यांमार में, अब पीओके में घुसकर मार गिराए आतंकी

भारतीय सेना ने उरी में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले के बदले के तौर पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है. आर्मी के कमांडो ने ऐसा ही हमला पिछले साल म्यांमार में किया था.

एनएसए अजित डोभाल एनएसए अजित डोभाल
लव रघुवंशी
  • नई दिल्ली,
  • 29 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 7:43 PM IST

भारतीय सेना ने बुधवार देर रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए. स्पेशल फोर्सेज के कमांडो ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए आतंकियों के 8 कैंप तबाह कर दिए. करीब 4 घंटे चले इस ऑपरेशन में 38 आतंकी मारे गए. आतंकियों को बचाने के चक्कर में 2 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए. इस ऑपरेशन में पैरा स्पेशल फोर्स के 25 कमांडो एमआई-17 हेलिकॉप्टरों में सवार होकर पीओके में तीन किलोमीटर अंदर तक गए. इन्होंने दुश्मन को बड़े पैमाने पर नुकसान किया और वापस लौटे तो हमारे जवानों को खरोंच तक नहीं आई थी.

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भारतीय सेना ने उरी में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले के बदले के तौर पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है. आर्मी के कमांडो ने ऐसा ही हमला पिछले साल म्यांमार में किया था. जानिए, क्या हुआ उस वक्त...

4 जून, 2015 को मणिपुर के चंदेल जिले में उग्रवादियों ने हमला कर सेना के 18 जवानों की जान ली थी.

इसके बाद ऑपरेशन की प्‍लानिंग के लिए एनएसए अजित डोभाल ने 6 जून को प्रधानमंत्री के साथ बांग्‍लादेश जाने का प्रोग्राम टाल दिया था.

हमले के बाद डोभाल कुछ दिन से मणिपुर में ही थे. यहां वे इंटेलिजेंस से मिले इन्पुट्स पर नजर रख रहे थे.

आर्मी को पता चला था कि उग्रवादी म्यांमार सीमा में छिप गए थे. म्यांमार सीमा में पैराकमांडो घुसे और उग्रवादियों के दो कैंप तबाह कर दिए.

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इस ऑपरेशन में करीब 100 उग्रवादी मारे गए.

इस ऑपरेशन में 70 कमांडो शामिल थे और ऑपरेशन 40 मिनट तक चला था.

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