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नोटबंदी की गूंज अब सुनाई देगी संसद में, विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए बनाई रणनीति

500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद से ही केंद्र का मोदी सरकार विपक्ष के मनिशाने पर है. प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ विपक्ष एकजुट होकर सरकार की आलोचना करने में का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भी विपक्ष ने केंद्र के इस फैसले के खिलाफ कड़ा रुख इख्तियार कर लिया है.

केजरीवाल, मायावती केजरीवाल, मायावती
सबा नाज़
  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 9:01 PM IST

500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद से ही केंद्र का मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ विपक्ष एकजुट होकर सरकार की आलोचना करने में का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भी विपक्ष ने केंद्र के इस फैसले के खिलाफ कड़ा रुख इख्तियार कर लिया है.

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इस बीच नोटबंदी को लेकर विपक्ष अब संसद में सरकार को घेरने की तैयारी में है. इस को ध्यान में रखते हुए शीलकालीन सत्र से पहले तमाम दलों ने बैठक की. बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, जेडीयू, जेएमएम समेत वामदल के तमाम बड़े नेता शामिल हुए. खबरों की मानें तो विपक्ष का कहना है कि सरकार ने बिना तैयारी नोट पर पाबंदी लगा दी है. विपक्ष का आरोप है कि सरकार के इस कदम पूरे देश में हाहाकार मचा है और लोग बेहद परेशान हैं. इसले अलावा सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सरकार ने जवाब मांगने की तैयारी में हैं विपक्षी पार्टियां. 

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जमकर एक-दूसरे में जमकर हमले कर रही हैं. बीएसपी प्रमुख मायावती ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी की गाजीपुर में परिवर्तन रैली पूरी तरह से फ्लॉप रही. मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम मोदी के भाषणों से अब लोगों का मोहभंग हो रहा है, लोगों को पता चल गया है कि पीएम मोदी केवल वादे करते हैं वादे कभी पूरे नहीं होते, इसलिए गाजीपुर में जनता की मौजूदगी बहुत कम दिखाई दी. मायावती ने केंद्र सरकार पर रेल का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है. उन्होंने ये भी कहा कि एटीएम खराब हैं, बैंकों में पैसा नहीं है. अगर दस महीने की तैयारी थी तो पैसा कहां है?

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वहीं पीएम मोदी के धुर विरोधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ इस अंदाज में हमला बोला उन्होंने कहा कि नोट बंदी की वजह से हर मिनट हालात बिगड़ रहे हैं. उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की इस फैसले के पीछे कोई प्लानिंग नहीं थी.बस जिद पर अड़ी और बौखलाहट में फैसला सुना दिया. इस फैसले से केवल मोदी जी के दोस्त चैन की नींद से सो रहे हैं, गरीबों की नींदें उड़ गई हैं. वो फसल बोने के लिए पैसा कहां से लाएंगे. उन्होंने कहा कि पीएम का बस चले तो सबकी ऐसी-तेसी कर दें.

यूपी में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की दावेदार शीला दीक्षित ने सरकार पर नोटबंदी के खिलाफ जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सालों पहले इंदिरा गांधी जी ने संवैधानिक आपातकाल घोषमत किया था लेकिन मोदी जी ने असंवैधानिक आपातकाल की घोषणा करके सबको मुश्किल में डाल दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि मोदी जी ने बिना किसी तैयारी के ये फैसला ले लिया है. जिससे आम जनता परेशान है.

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