
‘वन रैंक वन पेंशन’ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों पर 14 अगस्त को कार्रवाई के बाद आलोचनाओं का सामना कर रही दिल्ली पुलिस ने अब मामले में खेद जताया है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के निर्देशों के बाद मंगलवार को पुलिस ने कार्रवाई के लिए पूर्व सैनिकों से खेद जताया.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (नई दिल्ली) एमके मीणा मंगलवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन स्थल पहुंचे और 14 अगस्त को दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के लिए खेद जताया. स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले पुलिस की कार्रवाई के बाद कड़ी राजनीतिक प्रतिक्रिया आई थी और पूर्व सैनिकों की नाराजगी बढ़ गई थी. सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने पुलिस कार्रवाई का ब्योरा मांगा था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस का यह कदम सामने आया है.
पूर्व सैनिकों ने बताया था अलोकतांत्रिक
सिंह ने पुलिस अधिकारियों को आंदोलनकारी पूर्व सैनिकों से संपर्क करने को कहा था. पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए शुक्रवार को पूर्व सैनिकों को जंतर मंतर से हटाने की कोशिश की थी. पूर्व सैनिकों ने पुलिस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताया था.
अनेक पूर्व सैनिकों के साथ मीणा ने कहा, '14 अगस्त को गलतफहमी हो गई थी. हमने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की. कई बार कुछ संशय की स्थिति बन जाती हैं. हम सुधारात्मक कदम उठाने का प्रयास करेंगे. मैं बताना चाहता हूं कि हमारा इरादा सैनिकों को आहत करने का नहीं था.' उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस पूर्व सैनिकों का सम्मान करती है और उनका संरक्षण सुनिश्चित करेगी.
अधिकारी ने कहा, 'वे सेवा में हों या नहीं, हम उनका सम्मान करते हैं क्योंकि वे बाहरी सुरक्षा संभालते हैं. हम आपके साथ हैं और पुलिस बल आपकी सेवा के लिए है, ना कि आप पर नियंत्रण के लिए. अगर कोई समस्या है तो हम आपकी मदद करेंगे. हम आपका सम्मान करते हैं.'