इस्लाम की गलत व्याख्या करने वाले हमारे दुश्मन: ओबामा

राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हिंसक चरमपंथ से मुकाबला विषय पर व्हाइट हाउस में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की लड़ाई इस्लाम से नहीं बल्कि उन लोगों के खिलाफ है जिन्होंने धर्म की गलत व्याख्या की है.

Advertisement

aajtak.in

  • वॉशिंगटन,
  • 19 फरवरी 2015,
  • अपडेटेड 11:52 AM IST

राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हिंसक चरमपंथ से मुकाबला विषय पर व्हाइट हाउस में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की लड़ाई इस्लाम से नहीं बल्कि उन लोगों के खिलाफ है जिन्होंने धर्म की गलत व्याख्या की है.

ओबामा ने कहा कि आईएसआईएल और अल कायदा जैसे समूह खुद को धर्म की हिफाजत करने वाले पवित्र योद्धा बताते हैं. वह धार्मिक नेता और इस्लाम की रक्षा करने वाले पवित्र योद्धाओं के रूप में दिखाने की कोशिश करते हैं. क्योंकि वे खुद को सही साबित करने की कोशिश करते हैं.

Advertisement

ओबामा ने कहा, इसीलिए आईएसआईएल स्वयं को इस्लामिक स्टेट कहता है और दुष्प्रचार करते हुए कहता है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों की लड़ाई इस्लाम से है. इसी तरह वे लोगों को अपने संगठन में शामिल करते हैं और युवाओं को कट्टर बनाने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदायों के बाहर के लोगों को आतंकवादियों की इस बात को खारिज करने की जरूरत है कि पश्चिम एवं इस्लाम या आधुनिक जीवन एवं इस्लाम आपस में विरोधी हैं.

-इनपुट भाषा

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement