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संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए)के शुरुआती अनुमान के मुताबिक, 50 हजार गर्भवती महिलाएं भूकंप प्रभावितों नेपाल में बच निकलने वालों में हो सकती हैं, जहां 5 हजार से ज्यादा लोगों की जान भूकंप ने लील ली है.
नेपाल में शनिवार को आए 7.9 तीव्रता के भूकंप के कुछ दिन बाद भी मृतकों की संख्या में वृद्धि हो रही है. आपदा में प्रभावित हुई गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवा, सुरक्षित प्रसव सेवा जैसी चीजों की जरूरत है.
एशिया तथा प्रशांत में यूएनएफपीए की मानवतावादी समन्वयक प्रिया मारवाह ने कहा, 'उथल-पुथल, आपदा की स्थिति में गर्भावस्था से संबंधित मौत और लिंग आधारित हिंसा बढ़ जाती है.' उन्होंने कहा, 'कई महिलाएं स्थानीय प्रसव स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच नहीं पातीं और बिना किसी सुरक्षित प्रसव व्यवस्था तथा जीवनरक्षक सेवा के खराब हालात में बच्चे को जन्म देती हैं.'
यूएनएफपीए नेपाल में ऐसी जरूरतमंदों के लिए सरकार और मानवतावादी साझीदारों के साथ सहयोग कर रही है. आपातकालीन कर्मचारी तैनात किए जा रहे हैं और प्रभावित इलाके में प्रजनन स्वास्थ्य उपकरण भेजे जा रहे हैं.
यूएनएफपीए के अधिशासी निदेशक बाबातुंडे ओसोटाइमहिन ने बताया, 'कोष इस आपदा में प्रभावित गर्भवती महिलाओं को लेकर चिंतित है जिनमें से वो भी हैं, जिनकी जिंदगी को खतरा है.'
इनपुट: भाषा