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भ्रष्ट नहीं ईमानदार अधिकारियों को बचाने के लिए है अध्यादेश: चौधरी

राजस्थान सरकार द्वारा लाए गए ऑर्डिनेंस पर कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने कहा, "जो ऑर्डिनेंस राजस्थान सरकार लेकर आई है वह भ्रष्टाचारी लोगों को बचाने के लिए नहीं है. यह ईमानदार लोगों को बचाने के लिए है."

कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी
कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह/अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 23 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST

राजस्थान में वसुंधरा राजे सरकार द्वारा लाए गए विवादित ऑर्डिनेंस पर कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी से 'आज तक' ने खास बातचीत की. बातचीत के दौरान वे उस अध्यादेश का बचाव करते नजर आए. उनके मुताबिक अध्यादेश भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए नहीं बल्कि ईमानदार अधिकारियों को तमाम परेशानियों से बचाने के लिए है.

राजस्थान सरकार द्वारा लाए गए ऑर्डिनेंस पर कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने कहा, "जो ऑर्डिनेंस राजस्थान सरकार लेकर आई है वह भ्रष्टाचारी लोगों को बचाने के लिए नहीं है. यह ईमानदार लोगों को बचाने के लिए है. मजिस्ट्रेट हो लोक सेवक हो. जब कोई  झूठे आरोप लगते हैं, FIR दर्ज होती है. उसे बुरे दौर से गुजरना पड़ता है. मीडिया ट्रायल हो जाती है. बाद में पाया जाता है कि वह आरोप गलत थे. अगर ऐसे आरोप लगाए जाएं जो ठीक नहीं है. अगर ठीक नहीं है तो उनको बहुत पीड़ा होती है. इसलिए आरोप लगाने के बाद जांच जरूरी है. जांच में अगर पाया जाता है कि कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. आरोप कोई भी लगा देता है किसी के खिलाफ, इन्हीं तमाम चीजों को देखते हुए ऑर्डिनेंस लाया गया है."

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अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए चौधरी ने आगे कहा, "यह भ्रष्टाचारी लोगों को बचाने के लिए नहीं है. भ्रष्ट लोगों के लिए इसमें कोई भी गुंजाइश नहीं है. सिर्फ समय की बात है. कम से कम 1 फैक्ट फाइंडिंग इंक्वायरी होनी चाहिए. कोई भी कोर्ट में जा सकता है. कोई भी FIR दर्ज करवा सकता है. किसी को मना नहीं है. लेकिन उससे पहले अगर कोर्ट पुलिस को जांच देने के लिए दे दे. यह पहले ही पता लगाना चाहिए कि पब्लिक सर्विस के खिलाफ जो आरोप है उसमें कुछ दम है. किसी ने आरोप जानबूझ कर तो नहीं लगा दिया. किसी अधिकारी के खिलाफ बदनाम करने के लिए तो ये आरोप नहीं लगाए गए हैं."

अध्यादेश पर कांग्रेस के विरोध पर चौधरी ने कहा, "ऑर्डिनेंस को लेकर शोर मचाना हल्ला करना तो कांग्रेस का राजनीतिक स्टंट है. कांग्रेस तो कोई भी अच्छा काम करो उसके खिलाफ खड़ी हो जाती है. यह उनका काम है. यह राजनीतिक स्टंट है. कांग्रेस का इससे कोई लेना-देना नहीं है. कांग्रेस भ्रष्टाचार की बात करती है कांग्रेस ने हमेशा भ्रष्ट अफसर को बचाया. उनका विजन एक तरफ रहता है कि भ्रष्टाचार कैसे किया जाए और BJP का विजन रहता है कि विकास कैसे किया जाए. इसलिए इस पर नहीं जाना चाहिए. चुनावी समय है. इसलिए यही सब सोच कर कांग्रेस विरोध कर रही है. बीजेपी भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के साथ कोई भी समझौता नहीं कर सकती ना ही करेगी."

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