
पद्मावती का विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें 'पद्मावती' फिल्म से कुछ कथित आपत्तिजनक सीन हटाने की मांग की गई है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया.
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस धनन्जय वाई चन्द्रचूड की तीन सदस्यीय खंडपीठ को सूचित किया गया कि इस फिल्म को अभी तक केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से प्रमाण पत्र नहीं मिला है. इस पर पीठ ने कहा, 'इस याचिका में हमारे हस्तक्षेप का मतलब पहले ही राय बनाना होगा जो हम करने के पक्ष में नहीं है.'
यह याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा ने दायर की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि भले ही बोर्ड ने इस फिल्म को प्रमाण पत्र नहीं दिया है लेकिन इसके गीत पहले ही जारी किए जा चुके हैं.
शर्मा ने रानी पद्मावती के चरित्र का कथित हनन करने वाले सारे दृश्यों को फिल्म की रिलीज से पहले हटाने का निर्देश देने की गुजारिश की है.
बता दें कि फिल्म को हर तरफ बढ़ रहे विरोध के बाद फिल्म मेकर्स ने इसकी रिलीज डेट टाल दी है. अब ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज नहीं होगी. वहीं दूसरी तरफ फिल्म प्रमाणन बोर्ड से भी अभी तक फिल्म को मंजूरी नहीं मिली है. साथ ही वसुंधरा राजे, केशव प्रसाद मौर्य और शिवराज सिंह चौहान जैसे बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने भी फिल्म की रिलीज का विरोध किया है.