
आज देशभर में करीब सात हजार स्क्रीन पर पद्मावत रिलीज हो रही है. करणी सेना के विरोध के कारण कई सिनेमाघरों में फिल्म नहीं दिखाई जाएगी. कई राज्य के डिस्ट्रीब्यूटर्स और सिनेमाघरों ने फिल्म दिखाने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि वे कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते. सरकार ने भी सभी सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा के इंतजाम कर दिए हैं.
बता दें कि पद्मावत का विवाद 27 जनवरी 2017 को शुरु हुआ था. जो अब तक जारी है. यही वजह है कि राजस्थान के अलावा यह फिल्म गुजरात, मप्र और गोवा में भी गुरुवार को रिलीज नहीं हो पाएगी. आइए जानते हैं पद्मावत का पूरा एक साल कब क्या हुआ?
27 जनवरी 2017: जयपुर के जयगढ़ किले में फिल्म पद्मावती की शूटिंग के दौरान संजय लीला भंसाली को करणी सेना के युवकों ने थप्पड़ जड़ा. सेट पर तोड़फोड़ की गई. इसके बाद भंसाली ने जयपुर से पैकअप किया.
नवंबर, 2017: ट्रेलर रिलीज, करणी सेना ने कई शहरों में तोड़फोड़ की. घूमर गाने का विरोध किया गया. नतीजन फिल्म निर्माताओं को कई शॉट्स काटने पड़े.
1 दिसंबर, 2017: पद्मावत की रिलीज डेट थी. 17 नवंबर को ही सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने आवेदन लौटा दिया. रिलीज़ पर रोक लगी.
28 दिसंबर : विवाद बढ़ता देख सेंसर बोर्ड ने 3 इतिहासकारों को फिल्म दिखाई. नाम पद्मावती से पद्मावत किया गया. फिल्म में 5 बदलाव किये गए. रिलीज डेट 25 जनवरी तय की गई.
रिलीज़ डेट आते ही फिल्म को राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा और गुजरात सरकार ने अपने यहां बैन कर दिया. फिर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा.
18 जनवरी : सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि फिल्म 25 जनवरी को रिलीज की जाए. चार राज्यों द्वारा लगाए गए बैन को भी हटाया गया.
सरकार की पिटीशन खारिज: राजस्थान और मप्र सरकार ने आदेश पर रिव्यू पिटीशन दायर की. जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया. कोर्ट ने पद्मावत रिलीज़ करने वाले सिनेमाघरों को सुरक्षा देने का आदेश दिया.
आदित्य बिड़वई